स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक एक करोड़ 76 लाख 36 हजार 904 संदिग्धों के नमूने जांचे जा चुके हैं, जिनमें पांच लाख 21 हजार 988 लोगों में कोरोनावायरस पाए जाने की पुष्टि की जा चुकी है।
कुल संक्रमितों में हालांकि चार लाख 91 हजार 131 उपचार के बाद स्वस्थ होकर घरों को लौट चुके हैं, वहीं 7500 मरीजों की मौत हो चुकी है।पिछले 24 घंटे में 2220 मरीज उपचार के बाद कोरोना निगेटिव पाए गए, जिन्हें सामान्य कामकाज करने की अनुमति दी गई है, वहीं 20 मरीजों को जान गंवानी पड़ी है।
राज्य में फिलहाल 23 हजार 357 मरीजों का इलाज जारी है।सबसे ज्यादा 3340 मरीज लखनऊ में इलाज करा रहे हैं, जबकि मेरठ में 2102,कानपुर में 1036,प्रयागराज में 1048, गाजियाबाद में 1195, नोएडा में 1401 और वाराणसी में 999 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में कोरोना संक्रमण का प्रभाव एक बार फिर गहराने लगा है।एक सप्ताह पहले लगभग 14 जिलों में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 50 अथवा उससे कम दर्ज की जा रही थी, लेकिन अब इन जिलों में 100 के करीब अपना उपचार करा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, त्योहारों पर बाजारों में बढ़ी भीड़ का दुष्प्रभाव कोरोना के तौर पर सामने आ रहा है, तो वहीं सरकार की लाख अपील के बावजूद लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।