'लॉकडाउन' (Lock Down) का सीधा सा मतलब होता है तालाबंदी...जिस तरह किसी फैक्ट्री को बंद किया जाता है तो वहां तालाबंदी हो जाती है और कोई भी कर्मचारी भीतर नहीं जा सकता। 10 हजार बेकसूर लोगों को मौत के आगोश में ले जा चुके कोरोना वायरस (Corona virus) ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया हुआ है, जिसके कारण निजी कंपनियों ने लॉकडाउन करने का फैसला लिया है ताकि अपने कर्मचारियों की जान को बचाया जा सके...
कोरोना वायरस ने चीन, ईरान के बाद सबसे ज्यादा तबाही यूरोपीय देशों में मचाई है, जिसके कारण कई देशों ने सख्ती से लॉकडाउन करने का ऐलान किया है। लॉकडाउन करने वालों में अमेरिका का कैलिफोर्निया प्रांत भी है, जहां बड़े-बड़े उद्योग हैं। इसकी राजधानी सैक्रेमॉन्टो है। प्रांत के बड़े शहरों में लॉस एंजिल्स, सैन फ्रांसिस्को और सैन डिएगो। लॉस एंजिल्स में हॉलीवुड बरसों से दुनियाभर को आकर्षित कर रहा है।
कैलिफोर्निया गवर्नर गेविन न्यूसम ने कहा कि राज्य में गुरुवार शाम से लॉकडाउन लागू होगा, जिसका सख्ती से पालन किया जाएगा। सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है कि लॉकडाउन होने से राज्य के चमकते-दमकते शहरों का क्या होगा?
अर्जेन्टीना में राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने देशभर में शुक्रवार से 31 मार्च तक एहतियातन लॉकडाउन की घोषणा की। राजधानी रियो डि जेनेरियो अपने प्रसिद्ध बीच, रेस्तरां और बार अगले 15 दिनों तक बंद रखेगा। नेपाल ने भी लॉकडाउन का ऐलान किया है जबकि इटली के कई शहरों में लॉकडाउन रहेगा, जहां कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।
भारत में पूरा देश 22 मार्च को बंद रहेगा जबकि मुंबई, पुणे, नागपुर, पिंपरी-चिंचवड़ लखनऊ में पहले ही लॉकडाउन कर दिया है। जिस प्रकार से कोरोना वायरस तबाही मचा रहा है, उस खतरे से बचने का एकमात्र उपाया लॉकडाउन के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं है क्योंकि कर्मचारी अपने कार्य स्थल तक आने में न जाने कितने लोगों के संपर्क में आता है। ऐसे में उसके संक्रमण से ग्रसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
यूरोप में जिस तरह कोरोना वायरस ने हजारों लोगों को मौत परोसी है, उसे देखते हुए यह निहायत जरूरी है कि संस्थान तालाबंदी करके अपने कर्मचारियों को 'वर्क फ्रॉम होम' कर दें। इसके अलावा कोई दूसरा उपचार नजर नहीं आ रहा है। यदि ये कदम नहीं उठाए गए तो हजारों कोरोना पॉजिटिव लाखों लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।