डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने निम्न आय वाले देशों में टीकाकरण की धीमी गति पर चिंता व्यक्त करते कहा कि उन क्षेत्रों में जोखिम वाली आबादी वायरस की भविष्य की लहरों के प्रति अधिक संवेदनशील हो गई है।
महानिदेशक ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों से अपनी आबादी का कम से कम 70 प्रतिशत टीकाकरण करने का आह्वान किया था और पिछले 18 महीनों में वैश्विक स्तर पर 12 अरब से अधिक टीकों का वितरण किया गया है तथा केवल 58 देशों ने टीकाकरण का 70 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। कुछ ने कहा है कि कम आय वाले देशों के लिए वैक्सीन बनाना संभव नहीं है।
इससे पहले डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने मंकीपॉक्स को लेकर भी बयान देते कहा कि मंकीपॉक्स अभी दुनिया के लिए हेल्थ इमरजेंसी नहीं है। इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने के लिए गहन प्रतिक्रिया प्रयासों की जरूरत है।
भारत में ओमिक्रॉन वैरिएंट का कहर : कई देशों में पैर पसार चुका ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत में भी अपना कहर बरपा रहा है। देश में ओमिक्रॉन के लगभग 2,000 मामले सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन के साथ ही कोरोना संक्रमण ने भी रफ्तार पकड़ ली है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ओमिक्रॉन को लेकर चेतावनी दी है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के चलते नए और घातक वैरिएंट का सामना करना पड़ सकता है।