दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का जो नया स्वरूप सामने आया है, उसके विरुद्ध इस टीके के प्रभाव को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे। ऐसे कुछ मामलों के सामने आने के बाद साउथ अफ्रीका में टीकाकरण अभियान को रोक दिया गया था।
वैसे दुनियाभर में (इन विशेषज्ञों की) सलाह का स्वास्थ्य अधिकारी उपयोग करते हैं लेकिन वे संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगियों के वास्ते इस टीके की खेप के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी जैसा नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने बयान में कहा है कि यह वैक्सीन 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए भी सुरक्षित है।