89 देशों में हो चुकी है Omicron की पहचान, WHO ने बताया- कितने दिनों में दोगुने हो रहे केस

Webdunia
रविवार, 19 दिसंबर 2021 (00:15 IST)
जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि 89 देशों में ओमिक्रॉन (Omicron) स्वरूप की पहचान की जा चुकी है और यह उन स्थानों पर डेल्टा (Delta) स्वरूप की तुलना में तेजी से फैलता है, जहां संक्रमण का सामुदायिक स्तर पर प्रसार अधिक है। इसके मामले डेढ़ से 3 दिन में दोगुने हो जाते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को अपनी 'एनहैंसिंग रेडिनेस फॉर ओमिक्रॉन (बी.1.1.529): टेक्निकल ब्रीफ एंड प्रायोरिटी एक्शंस फॉर मेंबर स्टेट्स' रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों को देखते हुए आशंका है कि ओमिक्रॉन उन स्थानों पर डेल्टा से आगे निकल जाएगा, जहां सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का प्रसार अधिक है।

रिपोर्ट में कहा गया है, 16 दिसंबर 2021 तक 89 देशों में ओमिक्रॉन स्वरूप की पहचान की गई है। जैसे-जैसे अधिक डेटा उपलब्ध होगा, ओमिक्रॉन स्वरूप के बारे में वर्तमान समझ विकसित होती रहेगी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में तेजी से फैलता है। यह सामुदायिक प्रसार वाले देशों में डेल्टा स्वरूप की तुलना में काफी तेजी से फैल रहा है। डेढ़ से तीन दिन में इसके मामले दोगुने हो जाते हैं।

भारत में 143 मामले :  भारत में कोरोना वायरस के स्वरूप ओमिक्रॉन से संक्रमित कुल मरीजों की संख्या शनिवार को 143 हो गई है। तेलंगाना से 12, कर्नाटक से 6, केरल से 4 मामले आए जबकि महाराष्ट्र में 8 और मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
 
केंद्र और राज्य के अधिकारियों के अनुसार अब तक 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महाराष्ट्र (48), दिल्ली (22), राजस्थान (17) और कर्नाटक (14), तेलंगाना (20), गुजरात (7), केरल (11), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल (1) में ओमीक्रोन के मामले आए हैं।

यूरोपीय देश लगाने लगे कड़ी पाबंदियां : यूरोप में विभिन्न देश सबसे अधिक संक्रामक स्वरूप ओमिक्रॉन से उत्पन्न हुई कोविड-19 की संभावित नई लहर से बचने के प्रयास के तहत कड़ी पाबंदियां लगाने लगे हैं, जिसके बाद पेरिस से बार्सिलोना तक लोग प्रदर्शन करने लगे हैं।

इस महामारी के मामलों में तीव्र वृद्धि के बीच चौकन्ना हो गए फ्रांस और ऑस्ट्रिया के मंत्रियों ने यात्रा पाबंदियां कड़ी कर दी हैं। फ्रांस ने नए साल पर आतिशबाजी रद्द कर दी है। डेनमार्क ने थिएटर, कंसर्ट हॉल, मनोरंजन पार्क एवं संग्रहालय बंद कर दिए हैं।

आयरलैंड ने पब एवं बार में रात आठ बजे के बाद कर्फ्यू लगा दिया है तथा घर के अंदर एवं बाहर के कार्यक्रमों में लोगों की उपस्थिति सीमित कर दी है। आयरलैंड की प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन ने शुक्रवार को अपने संबोधन में कहा कि नई पाबंदियां जिंदगियां एवं आजीविका को संक्रामक वायरस से बचाने के लिए जरूरी हैं।

अन्य देश अभी और आगे बढ़ सकते हैं। डच सरकार के मंत्री विशेषज्ञ समिति की सलाह पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे हैं जिसने पहले से चल रहे आंशिक लॉकडाउन को सख्त करने की सिफारिश की है।

ब्रिटेन की सरकार ने भवनों के अंदर भी मास्क लगाने की जरूरत भी अनिवार्य कर दी है और तथा नाइट क्लब एवं बड़े कार्यक्रमों में जाने के लिए लोगों को टीकाकरण या हाल का निगेटिव जांच प्रमाण पत्र दिखाने का आदेश दिया है। देश में इस सप्ताह रोजाना संक्रमण बड़ी तेजी से बढ़ा है।

अब वैज्ञानिक चेतावनी दे रहे हैं कि सरकार को अस्पतालों में भीड़ रोकने के लिए और कदम उठाने की जरूरत है। ब्रिटेन एवं अन्य देश बूस्टर डोज की गति बढ़ाने में जुटे हैं क्‍योंकि प्रारंभिक आंकड़ों से सामने आया है कि टीके की दो खुराक ओमिक्रॉन के विरुद्ध कम प्रभावी है।

फ्रांस में रेस्तरां, कैफे एवं अन्य स्थानों पर प्रवेश के लिए वैक्सीन पास के सरकारी प्रस्ताव के विरुद्ध पेरिस में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। इटली के तूरिन में भी विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम है।(एजेंसियां)

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