लखनऊ। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में कदम से कदम मिलाने के लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए धर्मगुरुओं से बातचीत करते हुए सहयोग मांगा है और कहा है कि बीमारी चेहरा देखकर नहीं आती है व किसी का मजहब या संप्रदाय देखकर नहीं आती है। जो लोग बीमारी के प्रति लापरवाही बरतते हैं वही लोग इसकी चपेट में आते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तरप्रदेश के समस्त जिलों के 377 धर्मगुरुओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर सहयोग की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय रहते महामारी को रोकने के लिए जो प्रयास किए हैं, उसी का परिणाम है कि आज हम इस महामारी से लड़ने में काफी हद तक सफल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं अच्छे से जानता हूं कि लॉकडाउन के चलते लोगों को समस्याएं हो रही हैं लेकिन यह तात्कालिक है। हमें उत्तम भविष्य और स्वास्थ्य के लिए इस तात्कालिक समस्या के अनुरूप दिनचर्या को बनाना ही होगा। जिन राज्यों ने इसका पालन किया है, वहां अच्छे परिणाम आए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी धर्मगुरुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी पर्वों को स्थगित कर दिया गया। इसके चलते इस महामारी को रोकने में सफल हुए हैं।
उन्होंने सभी धर्मगुरुओं से अपील करते हुए कहा कि अभी तक जिस प्रकार का सहयोग मिला है, मुझे पूरी उम्मीद है कि आगे भी मिलेगा। योगी ने कहा कि बीमारी चेहरा देखकर नहीं आती है व किसी का मजहब या संप्रदाय देखकर नहीं आती है। जो लोग बीमारी के प्रति लापरवाही बरतते हैं वही लोग इसकी चपेट में आते हैं।