मोर्गन ने कहा कि हालांकि 25 ओवर के बाद हमारी बल्लेबाजी धीमी हो गई और इस दौरान जो भी बल्लेबाज बल्लेबाजी करने उतरा, वह बड़ी पारी नहीं खेल सका। बोर्ड पर 305 रनों का स्कोर चुनौतीपूर्ण था लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस मुकाबले में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, टीम थोड़ी लड़खड़ा जरूर गई थी।
उन्होंने कहा कि मैच के दौरान पिच का धीमा होना पूरे टूर्नामेंट में देखा गया है। अगर पिच ऐसी ही धीमी रही तो हम आगे के मुकाबलों में भी पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेंगे। जिस तरह से हमारे बल्लेबाजों ने पिछले 2 मुकाबलों में बल्लेबाजी की है, वैसा ही प्रदर्शन टीम पिछले 2 वर्षों से कर रही है। हमारे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी कर रहे हैं।
मोर्गन ने कहा कि हमारे गेंदबाजों ने भी इस मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया है। गेंदबाज पूरे 50 ओवर तक विकेट लेने में सक्षम हैं और वे ऐसा ही कर रहे हैं। गेंदबाज बल्लेबाजों पर पूरे मैच में दबाव बनाने में कामयाब रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि ऐसा प्रदर्शन विश्व कप के अन्य मुकाबलों में भी जारी रहेगा। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया, भारत और इंग्लैंड विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं।