मैनचेस्टर में टीम इंडिया बनी 'बाहुबली', डकवर्थ लुईस नियम से पाकिस्तान को 89 रनों से हराया

Webdunia
सोमवार, 17 जून 2019 (00:35 IST)
मैनचेस्टर। हिटमैन रोहित शर्मा (140) के जबरदस्त शतक और कप्तान विराट कोहली (77) तथा ओपनर लोकेश राहुल (57) के शानदार अर्द्धशतकों और गेंदबाजों के सधे प्रदर्शन से भारत ने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को आईसीसी विश्वकप के वर्षा बाधित मुकाबले में रविवार को डकवर्थ-लुईस नियम के तहत 89 रन से रौंद दिया।
 
भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट पर 336 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया और पाकिस्तान की चुनौती को उभरने से पहले ही ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान की पारी में जब उसका स्कोर 35 ओवर में 6 विकेट पर 166 रन था, तब बारिश आने के कारण खेल रोक देना पड़ा।
 
35 ओवर के समय डकवर्थ-लुईस नियम के तहत स्कोर 252 रन था और पाकिस्तानी टीम उस समय 86 रन से पीछे थी। बारिश रुकने के बाद खेल जब शुरू हुआ तो पाकिस्तान के लिए ओवर 40 कर दिए गए और लक्ष्य 302 रन कर दिया गया। पाकिस्तान को शेष 5 ओवर में 136 रन बनाने थे, जो असंभव काम था। पाकिस्तान की टीम 6 विकेट पर 212 रन तक ही पहुंच सकी।
 
अपना पहला विश्व कप मैच खेल रहे विजय शंकर, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लेकर पाकिस्तान को शर्मनाक शिकस्त झेलने के लिए मजबूर कर दिया। रोहित को उनकी शानदार शतकीय पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला।
इस मैच को विश्व कप का महामुकाबला कहा जा रहा था, लेकिन पाकिस्तान की टीम भारत के सामने नतमस्तक हो गई। भारत की पाकिस्तान पर विश्व कप के इतिहास में यह लगातार सातवीं जीत है और उसने पाकिस्तान के खिलाफ अपना अपराजेय क्रम बरकरार रखा। भारत की 4 मैचों में यह तीसरी जीत है और उसके 7 अंक हो गए हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान को 5 मैचों में तीसरी हार का सामना करना पड़ा और उसके खाते में मात्र तीन अंक हैं।
 
भारत ने विश्वकप में 1992 में पाकिस्तान को 43 रन से, 1996 में 39 रन से, 1999 में 47 रन से, 2003 में 6 विकेट से, 2011 के विश्वकप के सेमीफाइनल में 29 रन से और 2015 में 76 रन से पराजित किया था।
 
भारत की जीत में चिंता की बात सिर्फ यही रही कि उसके तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार अपना तीसरा ओवर फेंकते समय अपनी हैमस्ट्रिंग चोटिल कर बैठे और उन्हें लड़खड़ाते हुए बाहर जाना पड़ा। उन्होंने फिर पाकिस्तान की पारी में गेंदबाजी नहीं की। वे इस विश्व कप में शिखर धवन के बाद चोटिल होने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं।
 
भारतीय पारी में भी 46.4 ओवर के बाद बारिश आई और करीब 50 मिनट तक खेल रुका रहा लेकिन ओवरों में कोई कटौती नहीं हुई और 50 ओवर पूरे किए गए। रोहित ने जहां अपना 24वां शतक बनाया, वहीं विराट ने एकदिवसीय क्रिकेट में 11 हजार रन पूरे कर लिए।
 
विराट इसके साथ ही सबसे तेज 11 हजारी भी बन गए। रोहित ने राहुल के साथ ओपनिंग साझेदारी में 136 रन और विराट के साथ दूसरे विकेट की साझेदारी में 98 रन जोड़े। विराट ने पांड्या के साथ तीसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की।
 
32 वर्षीय रोहित ने 113 गेंदों पर 14 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 140 रन बनाए। उन्होंने राहुल के साथ पहले विकेट के लिए 136 रन की साझेदारी की और भारत के विश्वकप इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी भारतीय ओपनिंग जोड़ी ने पाकिस्तान के खिलाफ शतकीय साझेदारी की है।
 
बाएं के हाथ के ओपनर शिखर धवन को चोटिल हो जाने के बाद राहुल को ओपनिंग में उतरने का मौका मिला और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाते हुए अपना पहला विश्वकप अर्द्धशतक बना डाला। राहुल ने 78 गेंदों पर 57 रन में 3 चौके और 2 छक्के लगाए। 
हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित ने इस विश्वकप में अपना दूसरा शतक और कुल अपना 24वां शतक बनाया। रोहित ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्वकप मुकाबले में नाबाद 122 रन की शानदार पारी खेली। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अर्द्धशतक भी बनाया था।
 
पाकिस्तान ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। पाकिस्तान का क्षेत्ररक्षण काफी खराब रहा और उन्होंने रोहित और राहुल को रन आउट करने के मौके गंवाएं, जिसका फायदा उठाकर रोहित ने शतक और राहुल ने अर्द्धशतक बनाया।
 
वहाब रियाज ने राहुल को बाबर आजम के हाथों कैच कराया लेकिन उसके बाद रोहित और विराट के बीच शानदार साझेदारी हुई। इस साझेदारी का अंत रोहित के स्कूप शॉट से हुआ। हसन अली की गेंद पर रोहित ने रियाज को कैच थमा दिया।
 
पांड्या ने आने के साथ ही कुछ जोरदार शॉट्स खेले और 19 गेंदों में 2 चौकों तथा 1 छक्के की मदद से 26 रन बनाए। पांड्या ने मोहम्मद आमिर पर हेलीकॉपटर शॉट खेलने की कोशिश में सीमा रेखा पर बाबर आजम को कैच थमा दिया।
 
पांड्या का विकेट 285 के स्कोर पर गिरा। महेंद्रसिंह धोनी ज्यादा देर क्रीज पर रह नहीं पाए और एक रन बनाकर आमिर की गेंद पर विकेटकीपर सरफराज अहमद को कैच थमा बैठे। इसी बीच विराट ने अपनी पारी का 57वां रन बनाने के साथ ही वन-डे में 11 हजार रन पूरे कर लिए और यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे भारत के तीसरे और दुनिया के नौंवें बल्लेबाज बन गए। उन्होंने सबसे तेज 11 हजार रन बनाने में हमवतन सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया।
 
भारतीय पारी के 300 रन पूरे हो चुके थे और 47वां ओवर चल रहा था, लेकिन वहाब रियाज के इस ओवर की चौथी गेंद के बाद बारिश आ गई और खेल रुक गया। उस समय विराट 71 और विजय शंकर 3 रन बनाकर क्रीज पर थे। इस ओवर की चौथी गेंद पर शंकर ने सफल डीआरएस भी लिया।
 
करीब 50 मिनट तक खेल रुका रहा लेकिन खेल शुरू होने पर ओवरों में कोई कटौती नहीं हुई और 47वें ओवर की आखिरी गेंद पर चौका लगने के साथ भारत का स्कोर 311 पहुंच गया। लेकिन अगले ओवर में आमिर ने भारतीय कप्तान को आउट कर दिया। तेज बाउंसर पर विराट विकेटकीपर सरफराज को कैच दे बैठे। विराट ने 65 गेंदों पर 77 रन में 7 चौके लगाए।
विश्वकप में अपना पहला मैच खेल रहे विजय शंकर ने 15 गेंदों में नाबाद 15 रन और केदार जादव ने आठ गेंदों में नाबाद नौ रन बनाकर भारत को 336 तक पहुंचाया। पाकिस्तानी गेंदबाजों खासकर मोहम्मद आमिर ने डैथ ओवरों में अच्छी वापसी की और भारत को 350 तक नहीं पहुंचने दिया। 
 
आमिर ने 10 ओवर में 47 रन पर 3 विकेट लिए जबकि रियाज ने 10 ओवर में 71 रन पर एक विकेट लिया। हसन अली ने 9 ओवर में 84 रन पर एक विकेट लिया लेकिन इसके साथ ही वह विश्वकप में पाकिस्तान के सबसे महंगे गेंदबाज बन गए।
 
लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने इमाम उल हक़ को जल्दी गंवाया। भुवनेश्वर के बाहर हो जाने के बाद उनका ओवर पूरा करने विजय शंकर आए और उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर इमाम को पगबाधा कर दिया। इमाम 7 रन ही बना सके। फखर जमान और बाबर आजम ने दूसरे विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की लेकिन कुलदीप ने एक बेहतरीन गेंद पर आजम को बोल्ड कर दिया। 
 
इस विकेट का गिरना था कि पाकिस्तानी पारी लड़खड़ाती चली गई। आजम ने 57 गेंदों पर 48 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया। कुलदीप ने जमान को युजवेंद्र चहल के हाथों कैच कराया। जमान ने 75 गेंदों पर 62 रन में सात चौके और एक छक्का लगाया।
 
पांड्या ने 27वें ओवर में मोहम्मद हफीज और शोएब मलिक को लगातार गेंदों पर आउट कर दिया। हफीज 9 रन ही बना सके जबकि मलिक का खाता नहीं खुला। पाकिस्तान ने 12 रन के अंतराल में 4 विकेट गंवाए और वह संकट में फंस गया।
 
शंकर ने कप्तान सरफराज अहमद को बोल्ड कर अपना दूसरा विकेट लिया और पाकिस्तान का संघर्ष समाप्त कर दिया। सरफराज ने 30 गेंदों पर 12 रन बनाए। बारिश आने के कारण जब खेल रुका तो इमाद वसीम 22 रन और शादाब खान 1 रन बनाकर क्रीज पर थे।
 
बारिश रुकने के बाद खेल जब शुरू हुआ तो पाकिस्तान के लिए ओवर 40 कर दिए गए और लक्ष्य 302 रन कर दिया गया। पाकिस्तान को शेष 5 ओवर में 136 रन बनाने थे जो असंभव काम था। इमाद ने नाबाद 46 और शादाब ने नाबाद 20 रन बनाए और पाकिस्तान 212 तक ही पहुंच पाया। भारत की तरफ से शंकर ने 22 रन पर 2 विकेट, पांड्या ने 40 रन पर 2 विकेट और कुलदीप ने 32 रन पर 2 विकेट लिए। 

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