साउथम्पटन। भारतीय टीम विश्व कप में अपना नेट रन रेट बेहतर करने के लिए लगातार हार से त्रस्त अफगानिस्तान के खिलाफ शनिवार को यहां होने वाले मैच में बड़ी जीत हासिल करने की कोशिश करेगी। खिताब के प्रबल दावेदार भारत का अफगानिस्तान के खिलाफ मैच एकतरफा होने की संभावना लग रही है जिसमें, भारतीय बल्लेबाज मौका मिलने पर कुछ नए रिकॉर्ड स्थापित कर सकते हैं।
इस मैच में बड़ी जीत से भारत की सेमीफाइनल की राह अधिक आसान हो जाएगी। अफगानिस्तान का विवादास्पद अभियान मैदान के अंदर और बाहर के गलत फैसलों के कारण बेहद खराब रहा है। अब उनका सामना स्टार क्रिकेटरों से सजी टीम से है जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत ऐसी टीम रही जिसे शुरू में ही कड़े मुकाबलों का सामना करना पड़ा तथा दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान पर जीत के बाद अब विराट कोहली की टीम अजेय नजर आ रही है। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और ऑलराउंडर विजय शंकर के चोटिल होने के बावजूद भारत ने दबदबा बनाए रखा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ने के बाद अंगूठे की चोट के कारण धवन का बाहर होना भारत के लिए बड़ा झटका था, लेकिन केएल राहुल ने पाकिस्तान के खिलाफ शीर्ष क्रम में अच्छा प्रदर्शन करके उनकी खास कमी नहीं खलने दी। रोहित शर्मा अपनी शानदार फार्म में हैं और अगर भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका मिलता है तो वे एक और दोहरा शतक जमाने की कोशिश करेंगे। अफगानिस्तान का आक्रमण अभी कमजोर नजर आ रहा है और उसके मुख्य गेंदबाज राशिद खान फार्म में नहीं हैं।
कप्तान कोहली ने ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ आसानी से अर्धशतक जमाए हैं। शंकर की चोट टीम के लिए चिंता का विषय हो सकती है, लेकिन युवा ऋषभ पंत के आने से टीम को नया आयाम मिला है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। अगर शंकर समय पर फिट नहीं होते हैं तो फिर पंत या दिनेश कार्तिक में से किसी एक को अंतिम एकादश में जगह मिल सकती है।
हार्दिक पांड्या ने बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजे जाने का फायदा उठाया है जबकि महेंद्र सिंह धोनी विकेट के आगे और विकेट के पीछे हमेशा की तरह अव्वल साबित हुए हैं। इस मैच में कोहली को केदार जाधव को ऊपरी क्रम में भेजने का मौका मिल सकता है क्योंकि वही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें अब तक तीन मैचों में खास बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिला है। जाधव ने अब तक केवल 8 गेंदों का सामना किया है। भारतीय टीम प्रबंधन आगे के मैचों से पहले उन्हें पर्याप्त मैच अभ्यास देने की कोशिश करेगा।
भारतीय गेंदबाजी भी प्रतियोगिता में सबसे संतुलित लग रही है लेकिन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उनकी टीम अफगानिस्तान को कमजोर नहीं आंक रही है। बुमराह ने कहा, हम किसी टीम को हल्के से नहीं लेते। चाहे ऑस्ट्रेलिया हो या अफगानिस्तान, हम प्रत्येक टीम का बराबर सम्मान करते हैं। हम अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान देते हैं और हमें अभी यही करना चाहिए। भुवनेश्वर पाकिस्तान के खिलाफ 16 गेंदें करने के बाद मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान से बाहर चले गए थे।
भारत को इसका नुकसान नहीं हुआ क्योंकि विजय शंकर और पांड्या ने अच्छी गेंदबाजी की। अफगानिस्तान के खिलाफ मोहम्मद शमी को टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेलने का मौका मिल सकता है तथा उनकी तेजी और मूवमेंट हज़रतुल्लाह जाज़ई, हशमुतुल्लाह शाहिदी और अशगर अफगान जैसे बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकती है। अफगानिस्तान के अनुभवहीन बल्लेबाजों के लिए कुलदीप यादव या युजवेंद्र चहल का सामना करना भी आसान नहीं होगा। अफगानिस्तान हालांकि भारत को कड़ी चुनौती पेश करके अपना आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश करेगा।
टीमें इस प्रकार हैं :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, केएल राहुल, विजय शंकर, हार्दिक पांड्या, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार में से।