धोनी के धीमा खेलने और भारत के हारने की चर्चा हिंदुस्तान से कहीं ज्यादा पाकिस्तान में हुई। टीवी चैनलों पर पूर्व क्रिकेटरों जिनकी कोई हैसियत नहीं है, वे धोनी की बल्लेबाजी का पोस्टमार्टम करते रहे। वो लोग उस हकीकत से वाकिफ नहीं थे, जो मैदान में धोनी के साथ हुई थी।