पाकिस्तान के पूर्व कप्तान Misbah ul Haq भी मैक्सवेल के गोल्फ में खेल को देख चुके है। उन्होंने ए स्पोर्ट्स पर कहा, मैक्सवेल का स्विंग (गोल्फ शॉट) 400 मीटर (दूरी) का होता है।
मैक्सवेल को हालांकि इस ऐतिहासिक पारी के दौरान अफगानिस्तान के क्षेत्ररक्षकों और गेंदबाजों ने भी लचर प्रदर्शन किया। उन्हें इस दौरान दो जीवनदान मिले और गेंदबाजों ने ओवर पिच गेंद कर उन्हें आसानी से बड़े शॉट खेलने का मौका दिया।
A Sports के कार्यक्रम में Shoaib Malik ने कहा कि अफगानिस्तान के स्पिन गेंदबाज फ्लाइटेड गेंद नहीं फेंकते है और मैक्सवेल ने इसका फायदा उठाया। उन्होने कहा, अफगानिस्तान के अधिकांश स्पिनर तेज गति से और कम फ्लाइट के साथ गेंदबाजी करते है। अगर उस स्थिति में Mitchell Santner या Keshav Maharaj गेंदबाजी कर रहे होते, तो वे इसे उछाल देते और गेंदों की गति कम कर देते। जितनी धीमी गेंद होगी, बड़े शॉट के लिए आपको उनती अधिक ताकत की जरूरत होगी। मैक्सवेल को इसका फायदा मिला।
मैक्सवेल के लिए कुछ भी आसान नहीं रहा। उन्होंने 2018 में अवसाद का सामना किया है और इससे निपटने के लिए उन्हें पेशेवर मदद लेनी पड़ी। लंबे समय की साथी Vini Raman से शादी और फिर पिता बनने के बाद वह क्रिकेट से परे भी जीवन के बारे में सोच रहे है और खुशहाल जिंदगी जी रहे है। अफगानिस्तान के खिलाफ मंगलवार को उन्होंने जो हासिल किया, वह एक और अनोखा प्रदर्शन था। ऐसा प्रदर्शन जिसकी तुलना 40 साल पहले की Kapil Dev की बल्लेबाजी से ही की जा सकती है। इस तरह का अगला उदाहरण हमें शायद 40 साल के बाद देखने को मिले। (भाषा)