उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि एक महीने पहले हुई यह घटना सामने आने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्रों, एक आया और स्कूल प्रबंधन के कर्मचारियों सहित कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाले चारों आरोपी छात्र भी नाबालिग हैं। उनकी उम्र 16—18 साल के बीच बताई जा रही है। पुलिस ने इस संबंध में स्कूल की निदेशक लता गुप्ता, प्रधानाचार्य जितेन्द्र शर्मा, स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी दीपक मल्होत्रा, उनकी पत्नी तनु मल्होत्रा और स्कूल की आया मंजू को गिरफ्तार किया है।
सोलह वर्षीय पीड़िता दसवीं की छात्रा है। उसके गर्भवती होने की बात पता चलने पर उसी बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने वाली उसकी बड़ी बहन ने अपने एक रिश्तेदार को इस बारे में बताया था। उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस को प्राप्त शिकायत के मुताबिक, यह घटना पिछले साल 14 अगस्त की है।
छात्रा की बड़ी बहन ने छात्रावास की आया से लेकर स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों तक को घटना के बारे में बताया, लेकिन सभी ने उसे मुंह बंद रखने को कहा और इसकी शिकायत करने पर स्कूल से निकालने की धमकी तक दी। (भाषा)