उन्होंने बताया कि व्यवसायी ने 2019 में पश्चिम विहार थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ अज्ञात लोगों ने फर्जीवाड़ा करके उसके वॉलेट से क्रिप्टोकरेंसी कहीं और भेज दी है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत उस वक्त करीब 30 लाख रुपए थी, जो अब बढ़कर 4 करोड़ रुपए हो गई है।