Delhi Assembly Elections : दिल्ली में 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शनिवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के 8 विधायक बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। शुक्रवार को इन 8 विधायकों ने भ्रष्टाचार और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी (AAP) के अपनी विचारधारा से भटकने जैसे आरोप लगाते हुए आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इन विधायकों को इस बार आपने विधानसभा चुनाव में टिकट देने से इनकार कर दिया था। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 8 फरवरी को होगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले विधायकों में भावना गौड़ (पालम), रोहित मेहरौलिया (त्रिलोकपुरी), गिरीश सोनी (मादीपुर), मदन लाल (कस्तूरबा नगर), राजेश ऋषि (उत्तम नगर), बीएस जून (बिजवासन), नरेश यादव (महरौली) और पवन शर्मा (आदर्श नगर) शामिल हैं।
प्रदेश भाजपा की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आप के पूर्व विधायकों ने कहा कि राजनीति में चुनावी टिकट न मिलना एक आम बात है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर वह यह देखकर बहुत दुखी हैं कि प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को टिकट वितरित नहीं किए गए, बल्कि सबसे ऊंची बोली लगाने वालों को इसे (टिकट) बेच दिया गया।
आप ने एक बयान में कहा कि उसके पास कई योग्य और सुशिक्षित उम्मीदवार हैं जो चुनावी टिकट के लिए इच्छुक हैं। इसने कहा कि कुछ मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिए गए, जिससे असंतोष पैदा हुआ। पार्टी ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से भाजपा के सदस्य लगातार आप के उन विधायकों से संपर्क कर रहे हैं, जिन्हें इस बार टिकट नहीं मिला है और उन्हें पद देने जैसी पेशकश कर लुभा रहे हैं।
आप के पूर्व विधायक विजेंद्र गर्ग और केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के कई अन्य नेता भी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पार्टी के दिल्ली प्रभारी बैजयंत पांडा और प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। आप के पालम से पार्षद अजय राय भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
विधायकों और नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए पांडा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि इन्हें आप-दा से मुक्ति मिल गई है और उम्मीद है कि पांच फरवरी के चुनाव के बाद दिल्ली भी इससे मुक्त हो जाएगी। पांडा ने कहा, दिल्ली के लोगों ने आप पर भरोसा किया था, लेकिन अब हर कोई पार्टी छोड़ रहा है, क्योंकि वह भरोसा टूट चुका है।
उन्होंने पार्टी के नए सदस्यों को याद दिलाया कि भाजपा के लिए राष्ट्र पहले है, पार्टी दूसरे नंबर पर और निजी हित अंतिम स्थान पर। आप ने कहा कि केजरीवाल के सच्चे सिपाही आखिरी सांस तक पार्टी के साथ खड़े रहेंगे, क्योंकि वे विधायक, पार्षद या मंत्री जैसे पदों के लिए राजनीति में नहीं आए हैं।
पार्टी ने कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व में आप ने साधारण पृष्ठभूमि से आए लोगों को टिकट देकर विधायक बनाया। पार्टी ने कहा कि यह सिर्फ आप में ही संभव है। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 8 फरवरी को होगी।
चुनाव आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों से कहा सतर्क रहें : चुनाव आयोग ने दिल्ली में पांच फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले यहां अपने चुनावी तंत्र को राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने का शनिवार को निर्देश दिया।
आयोग ने कहा है कि मतदान प्रक्रिया सम्पन्न होने से पहले के 72 घंटे महत्वपूर्ण हैं इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए ये बैठकें की जाएं। निर्वाचन आयोग ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए गए निर्देशों में कहा कि सभी प्रवर्तन एजेंसियों को धन-बल के दुरुपयोग और मतदाताओं को प्रलोभन देने के सभी प्रयासों पर कड़ी नजर रखनी होगी।
आयोग ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया और शराब जैसे प्रलोभनों की आपूर्ति के बीच संबंध स्थापित करने के लिए उचित जांच आवश्यक है। निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया कि उड़न दस्ते के अधिकारियों को रिश्वत लेने या देने वाले व्यक्तियों तथा ऐसे किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तुरंत शिकायत या प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए, जिसके पास से ऐसी वस्तुएं जब्त की गई हों। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour