EC Demands Evidence From Arvind Kejriwal On Yamuna Poisoning Claims : दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा सरकार यमुना में अमोनिया नामक जहर छोड़ रही है। इससे दिल्ली के लोगों की सेहत पर खतरा है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से भी शिकायत की थी। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस भी चुनाव आयोग पहुंच गए। पार्टियों ने मांग की कि केजरीवाल से तथ्य पेश करने के लिए कहा जाए। जो भी गलतबयानी की जा रही है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके कुछ घंटों बाद चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल से जवाब मांग लिया।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र : दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर कहा कि यमुना के पानी में जहर मिलाने और राष्ट्रीय राजधानी में नरसंहार का प्रयास किए जाने के आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के आरोप अत्यंत आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण हैं तथा राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के समान हैं।
सक्सेना ने मीडिया में आईं खबरों का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार पर यमुना नदी में जहर मिलाने और दिल्ली में नरसंहार का प्रयास करने के केजरीवाल के आरोप अत्यंत आपत्तिजनक, दुर्भाग्यपूर्ण और अवांछनीय हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि पेयजल जैसे संवेदनशील मुद्दे पर जहर मिलाने और नरसंहार के प्रयास के झूठे, भ्रामक, गैर-तथ्यात्मक आरोप लगाना तथा किसी अन्य राज्य सरकार के खिलाफ जनता को भड़काने का प्रयास करना न केवल संबंधित राज्यों के लिए, बल्कि राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
उपराज्यपाल ने यह भी कहा कि केजरीवाल के बयानों की निंदा करने के बजाय आतिशी ने इस मामले पर निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर लोगों के बीच भ्रम और भय को मजबूत किया। सक्सेना ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री संकीर्ण हितों से ऊपर उठेंगी और भ्रामक, खतरनाक तथा आधारहीन बयान देने से बचेंगी तथा आप संयोजक को भी जन कल्याण और शांति के लिए ऐसा ही करने की सलाह देंगी।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया, यमुना के पानी को अनुपयोगी बनाने के लिए इसमें जहर मिलाया जा रहा है। अगर दिल्ली में लोग इस पानी का सेवन करेंगे, तो कई लोग मर जाएंगे। यह सामूहिक हत्या से कम नहीं है। इनपुट भाषा