नई दिल्ली। उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनावों की अधिसूचना जारी किए जाने के साथ ही 4 दिसंबर को होने वाले इन चुनावों की चुनावी प्रक्रिया शुरू हो गई।
इसके साथ ही अब उम्मीदवार अपना नामांकन भरना शुरू कर सकते हैं। नामांकन की प्रक्रिया 16 नवंबर तक जारी रहेगी। 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच के बाद उम्मीदवार 20 नवंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।
मतगणना 8 दिसंबर : 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए कुल 1.15 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इनमें से 12 सीटें अनुसूचित जातियों के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। दिल्ली में मतगणना 8 दिसंबर को होगी।
शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार दिल्ली में अपने चौथे कार्यकाल के लिए मैदान में है जबकि भाजपा और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी उसके सामने चुनौती पेश कर रही हैं।
नई विधानसभा के चयन के लिए चुनाव आयोग राजधानी में मतदाताओं के लिए 11,763 मतदान केंद्र बनाएगा। दिल्ली की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।
राजधानी में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए आयोग ने 70 सामान्य पर्यवेक्षकों, चुनावी खर्च पर निगाह रखने वाले 18 पर्यवेक्षकों और 2 पुलिस पर्यवेक्षकों की भी नियुक्ति की है।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने पहली बार 3 जागरूकता पर्यवेक्षक भी तैनात किए हैं, जो जमीनी स्तर पर चुनावी प्रक्रिया के प्रभावी और कुशल प्रबंधन पर नजर रखेंगे। ये मुख्यत: मतदाता जागरूकता और सुविधा के लिए काम करेंगे और मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित कराने में मदद करेंगे। इन चुनावों में दिल्ली के मतदाता पहली बार ‘नोटा’ के विकल्प का भी इस्तेमाल करेंगे। (भाषा)