भोपाल। इंदौर में पार्षद कमलेश कालरा के परिवार के साथ मारपीट के मामले में एमआईसी सदस्य जीतू यादव के खिलाफ देर से हुई कार्रवाई को इंदौर के भाजपा नेताओं के बीच गुटबाजी का परिणाम बताया जा रहा है। आज इस सवाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पूरे मामले पर कहीं कोई दबाव वहीं था, इंदौर के नेताओं के कहने पर ही पूरे मामले में एफआईआर हुई और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। वहीं भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह खुद और मुख्यमंत्री इंदौर गए थे और घटना के बाद पार्टी ने उसी दिन जीतू यादव को अनुशासनहीनता का नोटिस दिया था और आज पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ पार्टी कड़ी कार्रवाई से कहीं पीछे नहीं हटी। इसके साथ ही वीडी शर्मा ने कहा कि जीतू यादव ने एमआईसी से भी इस्तीफा दे दिया है।
क्या है पूरा मामला- इंदौर में भाजपा पार्षद कमलेश कालरा और एमआईसी सदस्य जीतू यादव के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस बीच भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के बेटे के साथ मारपीट का वीडियो सामने आया था। पिछले शनिवार को की गई मारपीट में बदमाशों ने वार्ड 65 के भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के नाबालिग बेटे को पीटा था। ये आरोप पार्षद और एमआईसी सदस्य जीतू यादव पर लगे हैं। भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के नाबालिग बेटे के साथ मारपीट की गई। मां और दादी के सामने उनके नाबालिग बेटे को पीटने का आरोप है। बता दें कि भाजपा पार्षद कमलेश कालरा और एमआईसी सदस्य जीतू यादव के बीच यह विवाद चल रहा है। दोनों बीजेपी के पार्षद हैं। हालांकि अब जीतू यादव ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।