दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार आखिरी दौर में

रविवार, 1 दिसंबर 2013 (23:34 IST)
PTI
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के लिए 4 दिसंबर को होने वाले चुनाव में प्रचार के लिए सिर्फ एक दिन का समय रह गया है और रविवार के दिन प्रमुख दलों के शीर्ष नेताओं ने अधिक से अधिक मतदाताओं तक पहुंचने का प्रयास किया और कई वायदे किए वहीं पूरे शहर में 25 से ज्यादा रैलियां और दर्जनों रोड शो आयोजित किए गए। कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया और उन्होंने सात चुनावी सभाएं कीं।

भाजपा की ओर से वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कमान संभाली और उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लेकर शीला दीक्षित सरकार की तीखी आलोचना की तथा लोगों से पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ ‘भ्रष्ट’ सरकार को हटाने के लिए इस मौके का उपयोग करने की अपील की।

दक्षिणी दिल्ली के दक्षिणपुरी में खासी भीड़ को संबोधित करते हुए मोदी ने शीला दीक्षित सरकार पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि यह सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार दिल्ली की प्रमुख समस्याओं के हल में नाकाम रही है।

भाजपा की ओर से सुषमा स्वराज, अरूण जेटली, नितिन गडकरी, अमित शाह, नजमा हेपतुल्ला, विनोद खन्ना, रवि शंकर प्रसाद और नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में कई रैलियां कीं।

कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने चुनाव प्रचार का नेतृत्व किया और उन्होंने सात चुनावी सभाएं कीं। उन्होंने विपक्षी दलों पर सत्ता हासिल करने के लिए दिल्ली के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने लोगों से ‘निरंतरता’ और ‘समावेशी विकास’ के लिए मतदान करने को कहा।

दीक्षित ने मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र के कमला नगर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘ हमने पिछले 15 साल में दिल्ली की तस्वीर बदली है। लेकिन काम पूरा नहीं हुआ है। हमें आपके समर्थन की जरूरत है ताकि विकास का एजेंडा जारी रह सके।’

बसपा प्रमुख मायावती ने आज अपने चुनाव अभियान के तीसरे दिन दो रैलियां में मतदाताओं को संबोधित किया। उन्होंने त्रिलोकपुरी और द्वारका में रैलियों को संबोधित किया।

उन्होंने संप्रग सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उसकी गलत नीतियों के कारण आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई है जिससे देश के गरीब एवं मध्यम वर्ग से काफी प्रभावित हुआ है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के समर्थन में दो रैलियों को संबोधित किया। वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी कई रैलियों को संबोधित किया और सरकार में आने पर भ्रष्टाचार समाप्त करने का वायदा किया। (भाषा)

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