भाजपा ने अपनी चुनावी डगर को आसान बनाने के लिए सोमवार को रूठों को मनाकर संगठन के पेंच कसने की तैयारी कर ली है। भाजपा दिल्ली प्रदेश द्वारा जारी सूचना के अनुसार चुनाव से पहले सोमवार को प्रदेश कार्यकारणी में सात नए चेहरों को शामिल किया है।
भाजपा प्रदेश संगठन में जिन सात नए चेहरो को जगह दी गई है उस में भाजपा ने रूठों को मनाने व अन्तर्कलह से जूझ रहे प्रत्याशियों की राह आसान बनाने की कोशिश की हैं।
भाजपा ने जिन तीन लोगों को उपाध्यक्ष बनाया है यह चेहरे टिकट वितरण के बाद भाजपा के लिए चुनौती बने हुए थे। दक्षिण दिल्ली से मेयर व महरौली से टिकट कि रही सरिता चौधरी के पति आजाद सिंह, महरौली से ही टिकट के दावेदार व ग्रेटर कैलाश व महरौली से भाजपा के लिए चुनौती बन चुके शेर सिंह डागर व पालम से विजय पंडित को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया है।
सू़त्रों के अनुसार भाजपा के जीत के जादुई आकड़े तक यह तीनों चेहरे मुसीबत बने हुए थे जिनको साध कर भाजपा ने महरोली से प्रवेश वर्मा व ग्रेटर कैलाश से अजय मल्होत्रा की राह आसान की है। वहीं पालम से धर्मदेव सोलंकी के लिए राह आसान बनाने के लिए विजय पंडित को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया हैं। विश्वास नगर से टिकट के दावेदार रहे व ओपी शर्मा के लिए समस्या बन चुके कुलजीत चहल को पार्टी में सचिव बना कर ओपी शर्मा की राह आसान बनाने की कोशिश की है।
पता चला है कि विश्वास नगर से भाजपा प्रत्याशी ओपी शर्मा अपनी इस समस्या को लेकर कुछ दिन पूर्व ही पार्टी के आला नेताओं से मिले थे। जिसके बाद आला नेताओं ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस पर निवारण का कारण खोजने की कवायद शुरू कर दी थी।
करण यादव को अनाधिकृत झुग्गी-झोगड़ी सेल के संयोजक बनाकर उत्तमनगर से पवन शर्मा की राह आसान बनाने की कोशिश की हैं। वहीं पार्टी के रणनीतिकारों ने ग्रेटर कैलाश पर विशेष ध्यान देते हुए ग्रेटर कैलाश से टिकट न मिलने से नाराज राजेश गोयनका को जिम्मेदारी देकर अजय मल्होत्रा की राह आसान बनाने की कोशिश की है।