नई दिल्ली। आप पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोमवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब एक युवक ने वहां घुसकर हंगामा खड़ा कर दिया और केजरीवाल पर कालिख फेंक दी।
महाराष्ट्र के अहमदनगर से आए नचिकेता विष्णु वालेकर ने आरोप लगाया कि केजरीवाल अन्ना हजारे के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। नचिकेता ने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ता है। उसने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उसने केजरीवाल पर काला पेंट फेंका है। हालांकि यह कालिख मनीष सिसोदिया की टोपी और शशिभूषण के हाथ पर गिरी। कालिख से टेबल पर रखे हुए दस्तावेज भी खराब हो गए। शशिभूषण बाद में अपना हाथ साफ करते दिखाई दिए।
नचिकेता ने अन्ना हजारे के समर्थन में नारे भी लगाए। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस अचानक बुलाई गई थी। बताया जाता है कि अन्ना हजारे ने केजरीवाल को एक चिट्ठी भेजकर पूछा था कि कहीं इंडिया अगेंस्ट करप्शन के धन का राजनीतिक उपयोग तो नहीं किया जा रहा है।
आप नेता अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन के धन का उपयोग चुनाव में नहीं किया जा रहा है। यह फंड खत्म हो चुका है और आखिरी में इसमें 54 लाख रुपए बचे थे। जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे गलत हैं।
उन्होंने कहा कि हम पहले भी इंडिया अगेंस्ट करप्शन के खाते की ऑडिट करवा चुके हैं। इसका स्पेशन ऑडिट भी हो चुका है। अब हम इस ऑडिट को सार्वजनिक करेंगे ताकि लोग हम पर भरोसा कर सकें और भविष्य में यह मुद्दा कभी न उठे। अरविन्द ने कहा कि अन्ना हजारे की सच्चाई एक ताकत है।
पटपड़गंज से आप उम्मीदवार और आप के अहम सदस्य मनीष सिसोदिया ने कहा कि अन्ना हजारे ने हमें चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने जो शंकाएं जाहिर की हैं उन चीजों की पहले ही जांच की जा चुकी हैं और भविष्य में हम इसे सार्वजनिक करेंगे।
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केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा करने वाले नचिकेता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है। इसी बीच, आप के एक कार्यकर्ता ने कहा कि अन्ना हजारे के नाम से जो सिमकार्ड जारी हुए थे, उनका उपयोग आंदोलन तक ही सीमित रहा। विधानसभा चुनाव में अन्ना के सिमकार्ड के जरिए धन इकट्ठा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े से इस पूरे मामले की जांच करवा लें और यदि इस जांच में अरविन्द केजरीवाल दोषी पाए जाते हैं तो वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।