भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण को पूजा में प्रतिदिन वैष्णवजन तुलसी चढ़ाते हैं और मंदिर में आ रहे भक्तों को तुलसी का पानी चरणामृत के रूप में बांटते हैं। माता तुलसी को वृंद भी कहते हैं जो श्रीहरि को बहुत ही प्रिय है। यह साक्षात माता लक्ष्मी का भी रूप हैं। दिवाली पर लक्ष्मी पूजा में तुलसी का पत्ता भी लगता है। लेकिन यदि आप धनतेरस या दिवाली पर तुलसी का पत्ते तोड़ेंगे तो पाप लगेगा। आखिर क्यों? आओ जानते हैं।