देवशयनी एकादशी पर करें दो कार्य :
1. इस दौरान विधिवत व्रत रखने से पुण्य फल की प्राप्त होती है और व्यक्ति निरोगी रहता है।
3. इस दिन चंद्रदेव को अर्घ्य अर्पित करने से मानसिक शांति मिलती है।
देवशयनी एकादशी पर प्राप्त होंगे ये 2 लाभ:
1. शास्त्रों के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत करने से सिद्धि प्राप्त होती है।
2. यह व्रत सभी उपद्रवों को शांत कर सुखी, शांति और प्रसन्नता प्रदान करता है और जीवन में खुशियों को भर देता है।
3. इस एकादशी का विधिवत व्रत रखने से चंद्र से संबंधित सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं।
देवशयनी एकादशी के सबसे शुभ मुहूर्त:
अमृत काल : शाम 04:23 से 06:03 तक।
हरिशयन मंत्र- 'सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जमत्सुप्तं भवेदिदम्। विबुद्दे त्वयि बुद्धं च जगत्सर्व चराचरम्।'