क्यों करते हैं एकादशी और प्रदोष का व्रत : एकादशी या प्रदोष का व्रत एक दिन पूर्व ही प्रारंभ हो जाता है और इसका पारण दूसरे दिन अर्थात जिस दिन एकादशी होती है उसके दूसरे दिन द्वादशी लगने के पूर्व पारण होता है। विधिवत व्रत करके पारण करने से चंद्र से संबंधित सभी दोष दूर हो जाते हैं। चंद्र दोष दूर होने से शुक्र दोष स्वत: ही दूर हो जाते हैं। चंद्र से जहां जीवन में सुख और शांति आती है वहीं शुक्र से धन, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
एकादशी का उपाय : जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और धन बना रहता है। इस दिन भगावन विष्णु को तुलसी की माला अर्पित करते हैं तो इससे भगवान विष्णु बेहद ही प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन में हमेशा सुख सौभाग्य बनाए रखते हैं।