आज ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi 2023) का व्रत रखा जा रहा है। इसे पांडव एकादशी या भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं। कहते हैं कि इस एकादशी का व्रत रखने से सभी एकादशियों के व्रतों का फल मिलता है। इस एकादशी में जल का खास महत्व माना गया है। मान्यतानुसार इस दिन जल के मात्र 3 उपाय कर लेंगे तो आपकी किस्मत चमक जाएगी।
आइए जानें निर्जला एकादशी के 3 खास उपाय-
1. बिना जल के करें उपवास : शास्त्रों के अनुसार निर्जला एकादशी व्रत में सूर्योदय से लेकर दूसरे दिन के सूर्योदय तक जल का त्याग कर देना चाहिए और अगले दिन सूर्योदय के बाद पूजा करके पारण के समय जल ग्रहण करना चाहिए। ऐसा करने से जहां वर्ष की सभी एकादशियों का फल मिलता है, वहीं पूरे वर्ष शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
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