rang bhari gyaras कैसे मनाते हैं- फाल्गुन मास के रंगभरी एकादशी के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होने के बाद पूजा स्थान में भगवान शिव और गौरी माता की मूर्ति स्थापित करें। अब माता गौरी और भगवान शिव की पुष्प, गंध, अक्षत, धूप, अबीर, गुलाल, बेलपत्र आदि से पूरे मनपूर्वक पूजा-अर्चना करें। इसके बाद माता गौरी और भगवान शिव को रंग-गुलाल अर्पित करें। माता गौरी का पूजन करते समय श्रृंगार सामग्री अर्पित करें। शुद्ध घी का दीया जलाकर, कपूर के साथ आरती करें।