राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अपना 80 दिन से अधिक का सफर पूरा कर इन दिनों मध्यप्रदेश में है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही है राहुल गांधी के मोदी सरकार के खिलाफ तेवर तीखे ही होते जा रहे है। 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खिलाफ चेहरे के तौर राहुल गांधी को एक जननायक नेता के तौर पर स्थापित करने के जिस उद्देश्य से भारत जोड़ो यात्रा शुरु की गई थी उसका एजेंडा अब पूरी तरह साफ हो गया है। अगर क्रिकेट की भाषा में कहा जाए तो मध्यप्रदेश में एंट्री के साथ राहुल गांधी अब भाजपा की पिच पर आकर खुलकर बैंटिग कर रहे है।
आइए आपको सिलसिलेवार बातते है कि राहुल गांधी की कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर ब्रांडिग की जा रही है।
'तपस्वी' के तौर पर ब्रांडिंग!-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तर्ज पर भारत जोड़ो यात्रा में अब राहुल गांधी की तपस्वी के तौर पर ब्रांडिंग की जा रही। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रांडिग में भी हिमालय पर तपस्या का एक अहम रोल रहा है। मध्यप्रदेश जो भाजपा के गढ़ के रूप में पहचाना जाता है वहां राहुल गांधी की ब्रांडिंग पीएम मोदी की तर्ज पर एक तपस्वी के तौर पर खुलकर की जा रही है।
बुधवार को उज्जैन में राहुल गांधी ने अपनी सभा में भारत जोड़ो यात्रा को न केवल एक तपस्या बताया बल्कि इस तपस्या को सीधे एक बड़े वोटबैंक, किसानों, मजदूरों और युवाओं से जोड़ने की भी कोशिश की। राहुल गांधी ने अपने भाषण में खुद की तपस्या को मजदूर, किसान, युवाओं की समस्या से जोड़ते हुए उन्हें हिंदुस्तान की असली तपस्या करने वाला बताया। राहुल ने कहा कि हिंदू धर्म कहता है कि तपस्वियों की पूजा होनी चाहिए तो इस देश में तपस्वियों की पूजा क्यों नहीं हो रही है। जो तपस्या कर रहे है उसको इस देश की सरकार कुछ नहीं देती है और जो नरेंद्र मोदी की पूजा कर रहा है उसको सारा का सारा दे रही है।
हिंदुत्व के नए ब्रांड एबेंसडर!-मध्यप्रदेश में राहुल गांधी बीते सात दिनों में ओंकारेश्वर और महाकाल दोनों ज्योर्तिलिंग के दर्शन कर हिंदुत्व के नए ब्रांड एबेंसेडर के तौर पर स्थापित कर सीधे मोदी को चुनौती देने की कोशिश कर रहे है। राहुल गांधी ने गुरुवार का सुसनेर में शक्तिपीठ बगलामुखी के भी दर्शन करेंगे। असल में राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस के दाम एंटी हिंदुत्व की पार्टी होने की दाग को धोने की पूरी कोशिश कर रहे है। राहुल गांधी ने महाकाल मंदिर में पूजा अर्चना के साथ दंडवत होना इस की एक कड़ी है। राहुल गांधी अपनी यात्रा में लगातार साफ कर रहे है कि उनकी लड़ाई आरएसएस के कट्टर हिंदुत्व के खिलाफ हो जो देश का महौल खराब कर रहा है।
जननायक नेता के तौर पर ब्रांडिंग!- भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी की ब्रांडिंग एक जननायक नेता के तौर पर की जा रही है। मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को अब तक उम्मीद से कही अधिक अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। खुद राहुल गांधी भी मध्यप्रदेश मे भारत जोड़ो यात्रा को मिले रहे रिस्पॉन्स की तारीफ कर चुके है।
भारत जोड़ो यात्रा में मालवा-निमाड़ में उमड़ी भीड़ से राहुल गांधी और उनकी पूरी टीम गदगद है। राहुल गांधी लगातार लोगों से मिलकर उनके मन की बात कह रहे है। मालवा के मुख्य शहर इंदौर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बड़ी संख्या में युवा भी नजर आए। वहीं राहुल को देखने के लिए सड़क किनारे बड़ी संख्या में युवा भी नजर आए। कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम युवाओं के साथ समाज के विभिन्न वर्गों से लोगों से राहुल गांधी की मुलाकात पर पूरा फोकस कर उनकी ब्रांडिंग एक जननायक नेता के तौर पर करने की कोशिश में जुटी हुई है।
कांग्रेस को कोर वोटर्स पर नजर- भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी की नजर कांग्रेस को कोर वोटर्स पर भी टिक गई है। राहुल गांधी ने दलित और आदिवासियों वोटर्स के साथ अब यूथ वोटर्स को अपने साथ करने पर पूरा जोर लगा दिया है।
बुराहनपुर से मध्यप्रदेश में एंट्री करने वाले राहुल गांधी ने सबसे पहले आदिवासियों के सम्मान पर भाजपा को घेरा। राहुल गांधी खंडवा में आदिवासी नायक टंट्या भील की जन्मस्थली बड़ौदा अहीर में टंट्या भील को याद करने के साथ आदिवासियों को वनवासी बताने पर जमकर घेरा। राहुल ने आदिवासियों के हक की बात उठाते हुए कहा आदिवासी हिंदुस्तान का ओरजनिल मालिक है। भाजपा आदिवासियों को वनवासी बताकर आपका हक छीन लेती है। राहुल ने कहा कि आदिवासियों के हक की लड़ाई केवल कांग्रेस पार्टी लड़ती है।
आदिवासियों के साथ राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के पंरपरागत दलित वोट बैंक को भी साधने की कोशिश की। दलित वोट बैंक को साधने के लिए राहुल गांधी को बाबा साहब अंबेडकर की जन्मस्थली इंदौर के महू में एक जनसभा को संबोधित किया वहीं इंदौर में राजबाड़ा पर हुई सभा में राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का मुद्दा उठाकर व्यापारी वर्ग को साधने की पूरी कोशिश की। महू में राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर एक साथ हमले करते हुए कहा कि देश में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है जिसको कांग्रेस पार्टी किसी भी हालत में सफल नहीं होने देगी।
राहुल ने कहा कि संविधान आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। इस संविधान में देश में पिछले पांच हजार वर्षों के इतिहास में पहली बार सभी नागरिकों को बराबरी का दर्जा दिया गया है। सभी धर्मों को मानने वाले लोगों को प्राथमिकता दी गई है, लेकिन भाजपा और संघ से जुड़े लोग इस संविधान को समाप्त करने में लगे हैं।