उज्जैन (एमपी)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि नोटबंदी और केंद्र द्वारा लागू किए गए वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) ने आम लोगों- खासकर छोटे कारोबारियों की कमर तोड़ने का काम किया। गांधी उज्जैन में भगवान महाकाल के दर्शन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उनके नेतृत्व में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' यात्रा का मध्यप्रदेश में आगे बढ़ना जारी है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी (2016 में लागू) और जीएसटी ने लोगों की रीढ़ तोड़ दी, खासकर छोटा कारोबार करने वालों की। कांग्रेस सांसद ने कहा कि कोविड-19 रोधी लॉकडाउन के दौरान लंबी दूरी तय करने वाले मजदूर, किसान और छोटे व्यापारी असली तपस्वी हैं, न कि वे।
उन्होंने कहा कि मैंने 'भारत जोड़ो यात्रा' में मार्च करके कोई तपस्या नहीं की है। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान लंबी दूरी तय करने वाले मजदूर, लोगों के लिए खाद्यान्न पैदा करने वाले किसान और छोटे व्यापारी देश के असली 'तपस्वी' हैं। गांधी ने कहा कि दुर्भाग्य से उन लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है और केवल 4-5 उद्योगपति ही लाभान्वित हो रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि छोटे दुकान मालिक और व्यापारी देश में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देते हैं, लेकिन उनकी मेहनत को मान्यता नहीं दी जाती है। उनकी जेब से पैसा छीन लिया जाता है और 4-5 उद्योगपतियों के हाथों में दे दिया जाता है।
मध्यप्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि इस तरह की धोखाधड़ी ने युवाओं को कड़ी मेहनत करने के बावजूद रोजगार से वंचित कर दिया। मीडिया लोगों को हकीकत दिखाना चाहता था लेकिन वह ऐसा करने में असमर्थ रहा, क्योंकि उसके हाथ बंधे हुए हैं(भाषा)