एल्विश यादव के खिलाफ वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत मामला दर्ज रेव पार्टी में सांप के जहर के इस्तेमाल का है आरोप एल्विश यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा क्या होता है Snake Venom, क्यों पार्टियों में बढ़ रही डिमांड
Snake Venom Rave Party: बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव (Elvish Yadav) को रेव पार्टी में सांप के जहर के इस्तेमाल के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रविवार को उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बता दें कि एल्विश यादव के खिलाफ रेव पार्टी में सांप का जहर मंगाने के मामले में वाइल्डलाइफ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। कहा जा रहा है कि एल्विश यादव ने माना है कि वो रेव पार्टी में सांप का जहर मंगवाते थे। हालांकि, शुरुआत में उन्होंने आरोपों से इनकार किया था।
क्या है मामला : यह मामला पिछले साल नोएडा में रेव पार्टियों में मनोरंजक दवा के रूप में सांप के जहर के कथित इस्तेमाल से जुड़ा है। एल्विश यादव पर अपनी पार्टियों में सांप के जहर की व्यवस्था करने और अपने वीडियो शूट में सांपों का इस्तेमाल करने का आरोप है। पिछले साल नवंबर में नोएडा के सेक्टर 51 के एक बैंक्वेट हॉल में रेड के बाद पुलिस ने एक सांप तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। सांप का जहर बेचने के आरोप में पुलिस ने चार सपेरों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस द्वारा उनके पास से कोबरा समेत नौ सांप और जहर भी बरामद किया गया था।
केस में एल्विश कनेक्शन : पुलिस द्वारा एल्विश यादव से पूछा गया था कि वो अपनी वीडियो के लिए सांप कहां से लाते हैं, जिस पर उन्होंने कहा था कि इनकी व्यवस्था बॉलीवुड सिंगर फाजिलपुरिया द्वारा की गई थी। मामले में गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि एल्विश द्वारा आयोजित की जाने वाली रेव पार्टियों में वो सांप का जहर सप्लाई करते थे।
ऐसे बिछाया जाल : पुलिस ने रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए एक जाल बिछाया था। इस दौरान पीएफए सदस्य गौरव गुप्ता ने सांप के जहर के लिए एल्विश से संपर्क किया था और बाद में पुलिस से इसकी शिकायत की थी। पुलिस ने कहा कि कॉल के दौरान गौरव गुप्ता को एक फोन नंबर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने पांच आरोपियों से संपर्क किया था।
सांप के जहर की लत मादक द्रव्यों के सेवन का एक असामान्य रूप है जहां इंसान नशे के प्रभाव के लिए जानबूझकर खुद को सांप के जहर के संपर्क में लाता है। इसमें न्यूरोटॉक्सिन होता है, जिसकी वजह से नशे जैसे कई लक्षण पैदा होते हैं। नशे के इस रूप को ओफिडिज्म भी कहा जाता है, जो काफी खतरनाक है। सांप के जहर का असर कैसा होता है इसके बारे में कोई कुछ पक्के तौर पर नहीं बता सकता। ये इतना खतरनाक होता है कि इसका असर कई दिनों तक दिखता रह सकता है। इसका रेग्यूलर इस्तेमाल से ये शारीरिक और मनोवैज्ञानिक निर्भरता को भी ट्रिगर कर सकता है।
सांप के जहर से प्राप्त पदार्थों सहित दवाओं का उपयोग और कब्ज़ा, नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम 1985 द्वारा नियंत्रित होता है। रिपोर्ट बताती है कि पुलिस ने एल्विश यादव पर NDPS एक्ट नहीं लगाया है,क्योंकि उन्हें मौके से कोई ड्रग्स नहीं मिली थी।
क्यों पार्टियों में इस तरह के जहर की होती है डिमांड?
पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में ऐसे कई ड्रग का प्रचलन बढ़ा है जो अल्कोहल एडिक्शन को बढ़ाते हैं। इन दिनों सांप के जहर की भी चर्चा हो रही है। इस तरह के नशे को सायकोएक्टिव पदार्थ कहते हैं। गांवों से लेकर शहरों तक इनका इस्तेमाल होता है। कुछ साल पहले भारत में एक ऐसा भी मामला सामने आया था जिसमें 28 साल के एक युवा ने सांप का जहर पी लिया था। इसकी शुरुआत अल्कोहल में सांप का जहर मिलाने से हुई थी। पहले उसने शराब और जहर को मिलाकर पीना शुरू किया, फिर एडिक्शन इतना बढ़ा कि उसने जहर पी लिया।
किन प्रजातियों का होता है इस्तेमाल : नशे के लिए सांपों की कुछ खास तरह की प्रजातियों का इस्तेमाल होता है। इसमें नाजा-नाजा (कोबरा), ऑफियोड्रायस वर्नेलिस (ग्रीन स्नेक) और बंगेकरस केरिलियुस (क्रॉमन क्रैत) शामिल हैं। मुंबई और मंगलुरू समेत देश के कई शहरों में सांप के जहर के एडिक्शन के मामले सामने आ चुके हैं। कई जगहों से इस तरह का नशा बरामद हो चुका है।
क्या हैं सायकोएक्टिव ड्रग : कानूनी तौर पर इनका इस्तेमाल दवा निर्माण और रिसर्च के क्षेत्र में किया जाता है। बिना डॉक्टरी सलाह या प्रिस्क्रिप्शन के इसे खरीदना या किसी को देना कई देशों में अपराध के दायरे में आता है। सांप के जहर को सायकोएक्टिव ड्रग की कैटेगरी में आता है।
क्या मिला आरोपियों से : एल्विश यादव के केस में पुलिस ने जिन आरोपियों को हिरासत में लिया था, उनके पास से कुछ खास प्रजातियों वाले सांप मिले हैं। इनमें 5 कोबरा, एक अजगर, 2 दोगुही सांप, एक रैट स्नेक मिला है। इसके अलावा उनके पास से 25 ml सांप का जहर भी जब्त किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि वो सांप और इसके जहर का इस्तेमाल रेव पार्टी में करते थे।
क्या खास है सांप के नशे में : रिपोर्ट के मुताबिक सांप के जहर में ऐसे केमिकल होते हैं जो खास तरह की खुशी और मजा देते हैं। शरीर एनर्जी से भर जाता है। इसका नशा कई घंटों बाद भी बना रहता है। कई खबरों में दावा किया गया है कि सांप के जहर की कुछ बूंदों को अल्कोहल में मिलाकर लिया जाता है। इसका इस्तेमाल खासतौर से रेव पार्टियों में किया जा रहा है। इस तरह के ड्रग का इस्तेमाल सीधेतौर पर मौत का खतरा बढ़ाता है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह के ड्रग का इस्तेमाल मौत की वजह बनता है। 15 से 64 की दुनिया की 5.5 फीसदी (27 करोड़) आबादी ने पिछले साल ऐसे सायकोएक्टिव ड्रग का इस्तेमाल किया। इसमें सालाना 5 लाख लोगों की मौत हो गई। जिसमें 3,50,000 पुरुष और 1,50,000 महिलाएं थीं। Edited by Navin Rangiyal