हमेशा विवादों में रहने वाले 15वीं लोकसभा के सदस्य, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का जन्म 27 अप्रैल 1947 को उत्तराखंड के अलमोड़ा जिले के मोहनारी में हुआ था। उत्तराखंड से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने उत्तरप्रदेश के लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए और एलएलबी की उपाधि प्राप्त की।
हरीश रावत ने अपनी राजनीति की शुरुआत ब्लॉक स्तर से की, जब वे ब्लॉक प्रमुख बने। इसके बाद वे जिला अध्यक्ष बने। इसके तुरंत बाद ही वे युवा कांग्रेस के साथ जुड़ गए। लंबे समय तक युवा कांग्रेस में कई पदों पर रहते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष बने।
हरीश रावत पहली बार 1980 में केंद्र की राजनीति में शामिल हुए, जब वे लेबर एंड इम्प्लॉयमेंट के कैबिनेट राज्यमंत्री बने। उन्होंने 7वें लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर उत्तराखंड की हरिद्वार लोकसभा सीट से जीत हासिल की जिसके बाद से वे लगातार उस सीट से जीतते चले आ रहे हैं।
1990 में वे संचार मंत्री बने और मार्च 1990 में राजभाषा कमेटी के सदस्य बने। 1999 में हरीश रावत हाउस कमेटी के सदस्य बने। 2001 में उन्हें उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।
2002 में वे राज्यसभा के लिए चुन लिए गए, 2009 में वे एक बार फिर लेबर एंड इम्प्लॉयमेंट के राज्यमंत्री बने। वर्ष 2011 में उन्हें राज्यमंत्री, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण इंडस्ट्री के साथ ससंदीय कार्य मंत्री का कार्यभार सौंपा गया।