भारत की सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री कुमारी शैलजा का जन्म चंडीगढ़ के दलित नेता चौधरी दलबीर सिंह के घर 24 सितंबर 1962 को हुआ। कुमारी शैलजा बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थीं। प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के जीसस एंड मेरी पब्लिक स्कूल में हुई और स्नातकोत्तर और एमफिल पंजाब विश्वविद्यालय से पूरी की।
1990 में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनकर इन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1991 में वे पहली बार 10वीं लोकसभा चुनाव में हरियाणा के सिरसा लोकसभा सीट से जीतीं और नरसिंहराव सरकार में शिक्षा और संस्कृति राज्यमंत्री बनीं। 1996 में उन्होंने एक बार फिर से सिरसा सीट से जीत हासिल की।
2004 में हुए लोकसभा चुनाव में कुमारी शैलजा ने हरियाणा की अंबाला सीट का प्रतिनिधित्व किया और वे डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय की स्वतंत्र राज्यमंत्री बनीं। 2009 में वे फिर से अंबाला सीट से चुनाव जीत गईं।
मार्च 2011 में कुमारी शैलजा के ऊपर जालसाजी, आपराधिक धमकी, निर्माण और अंडे सेने के एक आपराधिक षड्यंत्र का आरोप लगाया गया।