हरियाणा और राजस्थान के जिलों के किसान भी यहां पहुंचे हैं। भाकियू के मेरठ क्षेत्र के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा कि आंदोलन मजबूत था और अब भी है।भाकियू नेता राकेश टिकैत के साथ प्रदर्शन स्थल पर मौजूद खटाना ने कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को लेकर हो रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को लगातार समर्थन मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक प्रदर्शन नहीं है। जो भी भाकियू एवं राकेश टिकैत की विचारधारा का समर्थन करता है, उसका स्वागत है लेकिन हमारी अपील है कि जो अंत तक हमारे आंदोलन को समर्थन देने को इच्छुक नहीं हैं, वे इसे बीच में छोड़ने के लिए नहीं आएं।
प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शनकारियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर पश्चिमी उत्तरप्रदेश के किसान नेता ने कहा कि किसान आ रहे हैं और एकजुटता प्रकट कर वापस जा रहे हैं। यह स्थिर भीड़ नहीं है। भाकियू पदाधिकारियों का आकलन है कि शुक्रवार रात गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर करीब 10 हजार प्रदर्शनकारी मौजूद थे जबकि गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक यह संख्या 5 से 6 हजार के बीच थी। प्रदर्शन स्थल पर पीएसी, द्रुत कार्य बल (आरएएफ), दंगारोधी एवं सामान्य पुलिस की भारी तैनाती की गई है। इस बीच दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-24 पर आवाजाही रोक दी गई है। (भाषा)