Live : किसानों और सरकार के बीच बेनतीजा रही बैठक, 8 जनवरी को फिर होगी बातचीत

सोमवार, 4 जनवरी 2021 (18:00 IST)
नई दिल्ली। आज किसान आंदोलन (Farmers Protest) का 40वां दिन है। केंद्र सरकार और किसान यूनियन के बीच सातवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। किसान कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। अब अगली बैठक 8 जनवरी को होगा। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानून रद्द करने के अलावा कुछ मंजूर नहीं है। टिकैत ने कहा कि आज की बैठक में एमएसपी पर कानून पर भी गतिरोध जारी रहा। टिकैत ने कहा कि हमारा आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन से जुड़ा हर अपडेट-
 
 

05:53 PM, 4th Jan
एक किसान नेता ने कहा कि हमने बताया कि पहले कृषि क़ानूनों को वापिस किया जाए, MSP पर बात बाद में करेंगे। 8 तारीख तक का समय सरकार ने मांगा है। उन्होंने कहा कि 8 तारीख को हम सोचकर आएंगे कि ये कानून वापिस हम कैसे कर सकते हैं, इसकी प्रक्रिया क्या हो।  

किसान नेता राकेश टिकैत,8 तारीख (8 जनवरी 2021) को सरकार के साथ फिर से मुलाकात होगी। तीनों कृषि क़ानूनों को वापिस लेने पर और MSP दोनों मुद्दों पर 8 तारीख को फिर से बात होगी। हमने बता दिया है क़ानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं। 

सरकार और किसान यूनियन के बीच 7वें दौर की बातचीत खत्म, 8 जनवरी को होगी अगली बैठक। खबरों के अनुसार सरकार एमएसपी पर एक संयुक्त कमेटी बनाएगी। इस कमेटी में सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जा सकता है। 

05:48 PM, 4th Jan
- विरोध प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के लिए​ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल, सोमप्रकाश ने किसान नेताओं के साथ विज्ञान भवन में दो मिनट का मौन रखा।

11:19 AM, 4th Jan
किसानों के समर्थन में आए अभिनेता धर्मेंद्र
अभिनेता धर्मेंन्द्र सिंह देओल ने किसान आंदोलन को लेकर अपना समर्थन जताया। सरकार और किसानों के बीच आज बातचीत भी होनी है। राजस्थान में बीकानेर से भाजपा के सांसद रहे धर्मेन्द्र ने आज ट्वीट कर कहा कि आज मेरे किसान भाइयों को इंसाफ मिल जाए। जी-जान से अरदास करता हूं। हर नेक रुह को सकून मिल जाएगा...।” धर्मेंन्द्र की दूसरी पत्नी हेमा मालिनी उत्तरप्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं जबकि उनके पुत्र सन्नी देओल पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं।

08:29 AM, 4th Jan
किसान आंदोलन चंपारण सत्याग्रह की तरह
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन की तुलना अंग्रेजों के शासन में हुए चंपारण आंदोलन से करते हुए कहा कि इसमें भाग ले रहा हर किसान एवं श्रमिक सत्याग्रही है, जो अपना अधिकार लेकर ही रहेगा। गांधी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि देश एक बार फिर चंपारण जैसी त्रासदी झेलने जा रहा है। तब अंग्रेज ‘कम्पनी बहादुर’ था, अब मोदी-मित्र ‘कम्पनी बहादुर’ हैं। महात्मा गांधी ने 1917 में चंपारण सत्याग्रह का नेतृत्व किया था और इसे भारत के स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक आंदोलन माना जाता है।

07:11 AM, 4th Jan
तीन किसानों की मौत : केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब डेढ़ महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों में से तीन लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बॉर्डरों पर जमे किसानों में से टिकरी बॉर्डर पर एक जबकि कुंडली बॉर्डर पर दो किसानों की कथित रूप से ठंड लगने से मौत हो गई।  कुंडली के थाना प्रभारी रविकुमार ने बताया कि कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आये दो पंजाब निवासियों बलबीर सिंह गोहाना और निर्भय सिंह की मौत हो गई है। पुलिस को आशंका है कि किसानों की मौत सर्दी लगने से हृदयाघात के कारण हुई है। मौत के वास्तविक कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम के बाद हो हो सकेगी। टिकरी बॉर्डर पर जमे किसानों में से एक जींद निवासी जगबीर (66) की शनिवार की रात मौत हो गई। मौत का कारण ठंड से ह्रदयगति रुकना बताया गया है।

07:09 AM, 4th Jan
किसानों के साथ बैठक से पहले रविवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। तोमर और राजनाथ की बैठक में वर्तमान संकट के यथाशीघ्र समाधान के लिए सरकार की रणनीति पर चर्चा की। तोमर ने सिंह के साथ इस संकट के समाधान के लिए ‘बीच का रास्ता’ ढूंढने के लिए ‘सभी संभावित विकल्पों’ पर चर्चा की।

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