एसोचैम ने केंद्र सरकार और किसान संगठनों से मुद्दों को शीघ्र हल करने का अनुरोध किया है। एसोचैम ने कहा कि मौजूदा विरोध प्रदर्शनों से पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश क्षेत्र की परस्पर अर्थव्यवस्थाओं को बड़ा नुकसान हो रहा है।
एसोचैम ने कहा कि इन राज्यों की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और बागवानी पर आधारित है। फूड प्रोसेसिंग, कॉटन टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, फॉर्म मशीनरी, आईटी आदि विभिन्न उद्योग इन राज्यों की जीवनरेखा है। इसके अतिरिक्त टूरिज्म, ट्रेडिंग, ट्रांसपोर्ट और हॉस्पिटैलिटी जैसी विभिन्न जीवंत सेवाएं इस क्षेत्र को मजबूती प्रदान करती हैं।
एसोचैम का कहना है कि किसान प्रदर्शन से आम लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह काफी चिंता का विषय है। देशभर में फलों और सब्जियों की बढ़ती कीमतों का कारण सप्लाई चेन में रुकावट भी है, क्योंकि पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश का क्षेत्र इन वस्तुओं के बड़े उत्पादक हैं।