...लेकिन, पीएम असली किसानों की अनदेखी कर रहे हैं

Webdunia
शनिवार, 26 दिसंबर 2020 (16:40 IST)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कैमरे पर बोल सकते हैं... वे पार्लियामेंट में बोल सकते हैं... वे कच्छे (गुजरात) में बोल सकते हैं... वे फर्जी किसानों से बात कर सकते हैं... लेकिन, वे असली किसानों की अनदेखी कर रहे हैं।
 
दरअसल, मोदी सरकार के किसान कानूनों के खिलाफ एक तरफ जहां किसान सड़कों पर डटे हुए हैं और वहीं सोशल मीडिया पर भी किसानों के समर्थन में समानांतर जंग लड़ी जा रही है। 
 
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Where is this democracy, the farmers have been demanding their rights for the last three months. But the government is Ambani Andani's spoon. #किसान_विरोधी_सत्ता_छोड़ो#ModiStopIgnoringFarmers #ModiStopIgnoringFarmers pic.twitter.com/MeOOrcqe1O

— kumar pawan (बेबाक पवन)(10k) किसान पुत्र (@kumarpa53881895) December 26, 2020 >एएनआर नामक ट्‍विटर हैंडल से भाजपा को निशाना बनाते हुए लिखा कि भाजपा भारतीय कृषि को तबाह करना चाहती है। वहीं, अवीर ने लिखा- यह सरकार अंधी, बहरी, अज्ञानी और अभिमानी है। डॉ. सईद मोहम्मद साबिर ने लिखा- आप हमारे किसानों को प्रताड़ित नहीं कर सकते। 
 
इसी तरह प्रवीण सिंह चौहान ने लिखा कि किसान देश विरोधी नहीं हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि किसान विरोधी कानूनों को रद्द किया जाएगा। 
 
उल्लेखनीय भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर डटे किसानों का आंदोलन को 30 दिन हो चुके हैं और अभी तक उनकी मांगों का कोई हल सामने नहीं आया है।

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