नवरात्रि व्रत में फलाहार का भी अपना महत्व है। ऐसे समय में फलाहार के नाम पर हम कुछ भी खा लेते हैं, यहां आपके लिए लेकर आएं हैं 5 तरह के खास व्यंजन, जो हेल्दी होने के साथ-साथ आपका एनर्जी लेवल भी मेंटेन रखेंगे।
1. समा का उपमा
सामग्री : 200 ग्राम मोरधन चावल, 1 बड़ा टुकड़ा कसा हुआ नारियल, 1 चम्मच सौंफ पाउडर, 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, 2 हरी मिर्च बारीक कटी, 1 चम्मच जीरा पाउडर, 1 नींबू का रस, सेंधा नमक स्वादानुसार, बारीक कटा हरा धनिया, देशी घी या तेल अंदाज के अनुसार।
विधि : सबसे पहले समा (मोरधन) चावल को धोकर मिक्सी में दरदरा पीस लें। एक कड़ाही में घी या तेल गरम करके सौंफ व जीरा पाउडर डाल दें। कटी हरी मिर्च डालकर आवश्यकतानुसार पानी तथा समा के चावल डालें और लाल मिर्च, नमक डालकर चलाएं।
अब इसे 10-15 मिनट तक पकाएं। नींबू का रस डालें और चलाएं। मिश्रण जमने लायक होने पर गैस बंद कर दें। हरा धनिया व कसा हुआ नारियल बुरका कर समा का फलाहारी उपमा सर्व करें।
2. टेस्टी साबूदाना खिचड़ी
सामग्री : 250 ग्राम साबूदाना, 1/2 कटोरी मूंगफली के पिसे दाने, 1 बड़ा आलू, 1/2 चम्मच जीरा, 4-5 पत्ता मीठा नीम, काली मिर्च पाउडर 1/2 चम्मच, हरी मिर्च 2-3 बारीक कटी हुई, एक छोटा चम्मच शकर, सेंधा नमक स्वादानुसार, नींबू, बारीक कटा हरा धनिया एवं फलाहारी मिक्चर।
विधि : साबूदाने की खिचड़ी बनाने से 3-4 घंटे पूर्व साबूदाने को भिगो कर रख दें। आलू को छीलकर टुकड़े कर लें। एक कड़ाही में घी गरम करके उसमें जीरा, मीठा नीम व हरी मिर्च का छौक लगाएं। तत्पश्चात आलू डाल दें और धीमी आंच पर पकने दें। अधपके होने पर साबूदाने और मूंगफली के दाने डाल दें और धीमी आंच पर पकाएं। थोड़ी देर बाद नमक, काली मिर्च एवं शकर डालें एवं अच्छी तरह मिक्स कर लें।
लीजिए तैयार है लाजवाब साबूदाने की खिचड़ी। हरा धनिया, फलाहारी मिक्चर और नींबू से सजाकर पेश करें। उपवास के दौरान खिचडी़ में आलू डालने से उसका स्वाद तो बढ़ जाता है।
3. दही भल्ला विद पनीर
सामग्री : 1 कप सिंघाड़ा आटा, 1 कप आलू (उबले मैश किए हुए), 1/2 कप पनीर, 1 चम्मच अदरक पिसा हुआ, 1/4 कटोरी दरदरे पिसे काजू, 1 बारीक कटी हरी मिर्च, 2 कप फेंटा दही, सेंधा नमक, शकर, जीरा पाउडर, अनारदाने अंदाज से व पर्याप्त मात्रा में तेल तलने के लिए।
विधि : दही भल्ले बनाने के लिए पहले पनीर को कद्दूकस करके इसमें आलू, काजू, किशमिश, हरी मिर्च, अदरक व सेंधा नमक मिला लें। उसके छोटे-छोटे गोले बना लें। अब सिंघाड़े के आटे को छान लें और थोड़ा-सा नमक डालकर घोल बनाएं।
अब तैयार गोलों को इस घोल में डुबोकर गरमा-गरम तेल में सुनहरे और कुरकुरे होने तक तल लें। फिर दही में शकर मिला लें। अब एक प्लेट में 1-2 बड़े अथवा भल्ला रखें और ऊपर से दही, जीरा पाउडर व अनारदाने से सजाएं और सर्व पेश करें।
विधि : सर्वप्रथम कड़ाही में घी गर्म करके उसमें मखाने डालकर हल्का भून लें। ठंडे होने पर एक मखाने के दो-दो टुकड़े कर लें। दूध में शकर डालकर उबाल लें, इसके बाद कंडेंस्ड मिल्क और मखाने डालकर गाढ़ा होने तक पुनः दूध को उबालें। अब इलायची पाउडर व ड्रायफ्रूट्स की कतरन डाले। हल्की गरम या ठंडी करके सर्व करें।
विधि : मोरधन साफ करके एक घंटा पूर्व पानी में गला दीजिए। इसमें भीगी किशमिश, मसले उबले आलू, नमक, लालमिर्च पाउडर मिलाइए। पानी की सहायता से मिक्सी में चिकना पीसिए। घोल बनाइए।
अब गरम तवे पर तेल लगाकर चीलों को कुरकुरा होने तक सेंकिए। तैयार चीले पर ककड़ी, हरा धनिया व चाट मसाला छिड़किए। अब चीला फोल्ड कर गर्म-गर्म सर्व करें।