सेंट पीटर्सबर्ग। अर्जेंटीनी स्टार लियोनेल मैसी ने अपनी टीम की नाइजीरिया पर 2-1 से जीत के बाद स्वीकार किया कि अपने करियर में वे कभी ऐसी तनावपूर्ण स्थितियों से नहीं गुजरे थे। अर्जेंटीना के लिए यह मैच 'करो या मरो' जैसा था।
मैसी ने टूर्नामेंट का पहला गोल दागा लेकिन आखिर में मार्कोस रोजो के गोल से ही उसकी जीत और अंतिम-16 में स्थान पक्का हो पाया। मैसी से पूछा गया कि क्या यह उनके करियर का सबसे तनावपूर्ण मैच था, उन्होंने कहा, मैं इससे पहले कभी इस तरह के हालात से नहीं गुजरा था। यह परिस्थितियों की वजह से था।
अर्जेंटीना के कोच जार्ज साम्पओली ने कहा कि जब नाइजीरिया ने पेनल्टी पर गोल दागकर स्कोर बराबर किया तो उनकी टीम को बाहर होने की चिंता सताने लगी थी। उन्होंने कहा, पेनल्टी के बाद हम थोड़ा बेचैन हो गए थे। हमें चिंता होने लगी थी कि कहीं हमारा सफर यहीं पर न थम जाए। साम्पओली ने कहा, हम आखिर में वास्तव में बहुत खुश थे। खिलाड़ियों ने अपनी जी-जान लगा दी। उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। (वार्ता)