FIFA WC 2018 : बाहरी समस्याओं को भुलाकर मोरक्को से मुकाबला करेगा ईरान
गुरुवार, 14 जून 2018 (21:16 IST)
सेंट पीटर्सबर्ग। उसके 2 मैत्री मैच रद्द कर दिए गए और उसके खिलाड़ियों के लिए एक नामी कंपनी ने विश्व कप किट भेजने से मना कर दिया। लेकिन मैदान से बाहर की इन तमाम समस्याओं के बावजूद ईरान फीफा विश्व कप 2018 में शुक्रवार को यहां मोरक्को के खिलाफ होने वाले मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।
ईरान के कोच कार्लोस कुइरोज का मानना है कि नाइकी द्वारा उनकी टीम को विश्व कप किट नहीं भेजने के फैसले से खिलाड़ी एकजुट हुए हैं और इसका फायदा टीम को मैदान पर मिलेगा। नाइकी ने घोषणा की थी कि ईरान के खिलाफ अमेरिका के प्रतिबंधों के कारण उसे ईरानी टीम को फुटबॉल के जूते मुहैया कराने के लिए मना कर दिया गया है। आखिरी क्षणों में लिए गए इस फैसले से टीम की तैयारियों पर असर पड़ा है, क्योंकि रिपोर्टों के अनुसार कुछ खिलाड़ियों को रूसी दुकानों से खुद जूते खरीदने पड़े या फिर उन्हें क्लब के अपने साथियों की मदद लेनी पड़ी।
कुइरोज ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा कि यह हमारे लिए प्रेरणास्रोत बन गया है। नाइकी की टिप्पणी मेरे लिहाज से अनावश्यक थी, क्योंकि प्रतिबंधों के बारे में हर कोई जानता है। उसे सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि 23 खिलाड़ियों के खिलाफ उसका दंभी रवैया हास्यास्पद और गैरजरूरी है। ईरान की मोरक्को के खिलाफ मैच से पहले तैयारियां भी अनुकूल नहीं रही, क्योंकि यूनान और कोसोवो के खिलाफ उसके मैत्री मैच रद्द कर दिए गए थे।
अभी यह देखा जाना बाकी है कि क्या कुइरोज के विद्रोही तेवरों का टीम को कुछ फायदा मिलेगा, क्योंकि शुक्रवार के मैच में जो भी टीम हारेगी, उसके लिए अंतिम 16 में जगह बनाने की राह मुश्किल हो जाएगी। इसके बाद वह पुर्तगाल और स्पेन जैसी मजबूत टीमों को हराकर ही आगे बढ़ने के बारे में सोच सकती है। कुइरोज ने कहा कि हम पहले मैच में मोरक्को को हैरान करने की क्षमता रखते हैं। हम उनकी टीम को अच्छी तरह से जानते हैं लेकिन हमें लगता है कि वे हमारे बारे में बहुत कम जानते हैं।
ब्राजील में 4 साल पहले लियोनेल मैसी के आखिरी क्षणों के गोल के कारण ईरान आगे नहीं बढ़ पाया था लेकिन इसके बावजूद उसने कुइरोज पर विश्वास बनाए रखा। रीयाल मैड्रिड के इस पूर्व कोच ने ईरान को एशियाई रैंकिंग में 7वें स्थान से शीर्ष पर पहुंचाया। यही नहीं, ईरान विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली टीम थी। लेकिन स्पेन और पुर्तगाल के खिलाफ उलटफेर की संभावना जगाने से पहले उसे हर हाल में मोरक्को को हराना होगा जिसने क्वालीफाइंग के दौरान 1 भी गोल नहीं गंवाया था।
मोरक्को के फ्रांसीसी कोच हर्व रेनार्ड ने अपनी टीम को कड़ी मेहनत करना सिखाया और रक्षापंक्ति में अनुशासन भरा है। मोरक्को 1998 के बाद पहली बार विश्व कप में भाग ले रहा है और संगठित होने के कारण ही वह यहां तक पहुंच पाया है। स्पेन ने अपने शुरुआती मैच से 2 दिन पहले अपने कोच जुलेन लोपेटेगुई को बर्खास्त कर दिया। ऐसे में मोरक्को और ईरान की उलटफेर की उम्मीदें जाग गई होंगी लेकिन इन दोनों की निगाहें शुक्रवार को यहां जीत के साथ सकारात्मक शुरुआत करने पर रहेंगी। रेनार्ड ने कहा कि हमें मुश्किल ड्रॉ मिला है और हमें हर मौके का पूरा फायदा उठाना होगा। (भाषा)