बेल्जियम फुटबॉल की सुनहरी पीढी को बखूबी पता है कि यह मैच विश्व स्तर पर एक ताकत के रूप में उभरने का उनके पास आखिरी मौका है। इस टीम के कई खिलाड़ी 2022 में होने वाले विश्व कप में नहीं होंगे। बेल्जियम कोच राबर्टो मार्टिनेज ने कहा, ‘हमारे खिलाड़ियों के लिए यह सपने जैसा है।’
बेल्जियम के पास चेलसी के इडेन हजार्ड, मैनचेस्टर सिटी के केविन डी ब्रूने और मैनचेस्टर युनाइटेड के रोमेलु लुकाकू जैसे सितारे हैं जो उलटफेर का माद्दा रखते हैं। बेल्जियम की टीम 2014 में भी अंतिम आठ में पहुंची थी जबकि उससे पहले 1986 में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था।
ब्राजील के आक्रमण से ज्यादा बेल्जियम के लिए खतरा उसका डिफेंस है जिसने अभी तक एक ही गोल गंवाया है। थियागो सिल्वा ने पिछली जीत के बाद कहा, ‘यह पेचीदा मैच था लेकिन हमने दमदार वापसी की। अभी हमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।’ (भाषा)