सोची। विश्व कप से जर्मनी का पहले दौर में बाहर होना नामुमकिन जैसा लगता है लेकिन इसे हकीकत में बदलने से बचने के लिए मौजूदा चैंपियन को शनिवार को दूसरे मैच में स्वीडन को हर हालत में हराना होगा। पहले मैच में मैक्सिको से 1 गोल से हारी जर्मन टीम अब कोई कोताही नहीं बरत सकती। उसका सामना जान्ने एंडरसन की मजबूत टीम से है जिसके पास यूरोप के सबसे प्रतिभाशाली स्ट्राइकरों में से एक एमिल फोर्सबर्ग है।
प्लेऑफ में इटली को हराकर क्वालीफाई करने वाली स्वीडिश टीम ने पहले मैच में दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया। मैक्सिको अगर शनिवार को कोरिया को हरा देता है तो स्वीडन और जर्मनी का मैच ड्रॉ रहने पर ग्रुप 'एफ' से जर्मनी बाहर हो जाएगा। स्वीडन और मैक्सिको के बीच आखिरी मैच सिर्फ औपचारिकता का रह जाएगा, क्योंकि दोनों अगले दौर में पहुंच चुके होंगे।
जर्मन टीम में अनुभवी खिलाड़ियों की भरमार है जिसने पिछले विश्व कप क्वालीफायर में स्टॉकहोम में 5-3 से जीत दर्ज की थी लेकिन बर्लिन में 4-4 से ड्रॉ खेला। यह पूछने पर कि क्या अतिरिक्त अनुभव का शनिवार के मैच में कोई फर्क पड़ेगा? हमेल्स ने कहा कि शायद यह हमारे लिए अच्छा है लेकिन कोई गारंटी नहीं है। किसी बात की गारंटी नहीं है। (भाषा)