हालांकि टीम की हार के बाद उसके खिलाड़ियों ने भरोसा जताया है कि वे अब 2020 यूरो टूर्नामेंट के लिए खेलेंगे जहां उनके आसानी से क्वालीफाई करने की उम्मीद है और वह खिताब की बड़ी दावेदार के रूप में उतरेगी। बेल्जियम के कोच राबर्टो मार्टिनेज़ ने कहा कि बेल्जियम फुटबॉल के पास कई युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और मेरी भूमिका उन्हें 2020 यूरो तक देखने की है।
मार्टिनेज़ ने विश्वकप से पूर्व ही 2020 तक दो वर्ष के कार्यकाल विस्तार के लिए बेल्जियम के साथ करार किया था। कोच ने कहा कि रूस विश्वकप को लेकर अभी से टीम की समीक्षा करना जल्दबाजी है। हमें अब अपने फाइनल मैच पर ध्यान लगाना है, हम सेंट पीटर्सबर्ग में वापसी करेंगे और तीसरे स्थान के लिए पूरा जोर लगाएंगे।
बेल्जियम के कप्तान ईडन हेजार्ड, केविन डी ब्रुएन, रोमेलू लुकाकू और गोलकीपर थिबाउट कोर्टिस अभी भी 28 वर्ष से कम उम्र के हैं और उनके पास आगे भी मौके बने हुए हैं। डी ब्रुएन ने कहा 'हमें फ्रांस से हारने का बहुत दुख है, हमारे पास अच्छा मौका था और हमने विपक्षी टीम को कड़ी टक्कर भी दी। हमें हारने के बावजूद खुद पर गर्व है। हमारे और फ्रांस के बीच बहुत कम अंतर था, लेकिन अंत में केवल एक कार्नर ने निर्णायक भूमिका अदा की।'