विश्व फुटबॉल के नए 'हीरो' बन गए हैं बहादुर थाई लड़के
बुधवार, 11 जुलाई 2018 (22:16 IST)
चियांग राई/मॉस्को। थाईलैंड में बाढ़ के पानी से भरी थाम लुआंग गुफा से दो सप्ताह के बाद सुरक्षित बाहर आ जाने वाले थाई फुटबॉल टीम के 12 लड़कों और उनके कोच के अदम्य साहस और संकल्प की दुनिया में ऐसी सराहना हो रही है कि वे विश्व फुटबॉल के नए हीरो बन गए हैं।
दो सप्ताह पहले तक इन लड़कों को उनके परिवार के सिवा शायद कोई नहीं जानता था लेकिन आज उनका नाम
पूरी दुनिया में फैल गया है। बाढ़ के पानी से भरी गुफा में इन लड़कों ने किस तरह दो सप्ताह गुजारे इसका अंदाज़ा लगा पाना बहुत मुश्किल है। गुफा से बाहर आ जाने के बाद पूरी दुनिया ने इनकी बहादुरी को सलाम किया है और विश्व फुटबॉल के बड़े सितारों ने इन युवाओं के जज्बे को सराहा है।
विश्वकप की टीमों ने अपनी जीत को इन्हें समर्पित किया है, इनके नाम पर फुटबॉल टी-शर्ट बन गई हैं, इन्हें टूर और मैच टिकट के प्रस्ताव मिले हैं और साथ ही फीफा ने इन्हें विश्व फाइनल देखने की भी पेशकश की है। हालांकि अस्पताल में इलाज करा रहे इन लड़कों का फाइनल देखना मुश्किल है।
वाइल्ड बोअर्स नाम की फुटबॉल टीम के आखिरी सदस्य को मंगलवार को जब गुफा से बाहर निकाला गया तो थाईलैंड से लेकर पूरी दुनिया में खुशी की लहर दौड़ गई। इटली से लेकर स्पेन और इंग्लैंड से लेकर ब्राजील तक के फुटबॉलरों ने इन लड़कों के साहस को सराहा है।
फ्रांस के मिडफील्डर पॉल पोग्बा ने विश्वकप के सेमीफाइनल में बेल्जियम पर मिली 1-0 की जीत और 12 साल बाद विश्वकप के फाइनल में पहुंचने को इन लड़कों को समर्पित किया और इन्हें अपना हीरो बताया। पोग्बा ने ट्वीटर पर कहा 'वेल्डन ब्वायज, यू आर सो स्ट्रांग।'
थ्री लायंस के नाम से मशहूर इंग्लैंड की टीम के दो खिलाड़ियों डिफेंडर काइल वाकर और गोलकीपर जैक बटलैंड ने इन थाई लड़कों को किट भेजने की पेशकश की है। वाकर ने तो एक लड़के की तस्वीर भी ट्विटर पर पोस्ट की और पूछा है कि उन्हें कहां जर्सी भेजी जा सकती है।
बचाव अभियान के दौरान ब्राजील के स्ट्राइकर रोनाल्डो ने लड़कों से मजबूत बने रहने की अपील की थी। इतालवी क्लब ए एस रोमा ने इस सफल मिशन को इन गर्मियों की सबसे बड़ी फुटबॉल खबर बताया है और साथ ही नेवी डाइवर सर्मन कुनान के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है जिनकी इस अभियान के दौरान पिछले सप्ताह मौत हो गई थी। क्लब ने कुनान को असली हीरो बताया है।
थाईलैंड के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 11 से 16 वर्ष की उम्र के इन लड़कों का वजन तो कम हुआ है लेकिन सभी अच्छी हालत में है। दो सप्ताह तक गुफा में रहने के बावजूद इन पर तनाव के कोई लक्षण नहीं है। इन लड़कों को एक सप्ताह तक अस्पताल में रखा जाएगा और इनके परीक्षण किए जाएंगे जिससे ए फीफा विश्वकप का फाइनल देखने रूस नहीं जा सकेंगे।
फीफा ने इन लड़कों को रविवार का फाइनल देखने की पेशकश की थी। फीफा ने कहा 'हम अब एक नया मौका तलाशेंगे ताकि इन थाई लड़कों को फीफा के किसी कार्यक्रम में बुलाया जा सके।'
स्पेन के क्लब बार्सिलोना ने इन्हें क्लब की अकादमी के एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। ये लड़के इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड के घर ओल्ड ट्रेफर्ड की यात्रा पर भी जा सकते हैं। क्लब ने कहा 'हम इनका और इन्हें बचाने वालों पर अपने यहां स्वागत करेंगे।' (Photo courtesy : Twitter)