काजीरंगा राष्ट्रीय अभयारण्य जंगल की 10 खास बातें

सांकेतिक चित्र
भारत के जंगलों में शानदार हाथी की चिंघाड़, मोर का नाच, ऊंट की सैर, शेरों की दहाड़, लाखों पक्षियों की चहचहाहट सुनने और देखने को मिलेगी। भारत में जंगली जीवों की बहुत बड़ी संख्या है। यहां जंगली जीवों को देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। भारत में 70 से अधिक राष्ट्रीय उद्यान और 500 से अधिक जंगली जीवों के अभयारण्य हैं इसके अतिरिक्त पक्षी अभयारण्य भी हैं। आओ इस बार जानत हैं असम के काजीरंगा राष्ट्रीय अभयारण्य के बारे में संक्षिप्त जानकारी।
 
 
काजीरंगा राष्ट्रीय अभयारण्य, असम (1985) : 
 
1. काजीरंगा गुवाहाटी से 250 किलोमीटर पूर्व और जोरहट से 97 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। 
 
2. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान मध्‍य असम में 430 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। 
 
3. इस जंगल को यूनेस्को ने अपनी धरोहर में शामिल कर रखा है। 
 
4. यह उद्यान एक सींग वाले भारतीय गैंडे (राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस) का निवास है। 
 
5. काजीरंगा को वर्ष 1905 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और 1908 में स्थापित हुआ।
 
6. सर्दियों में यहां साइबेरिया से कई मेहमान पक्षी भी आते हैं। 
 
7. काजीरंगा में विभिन्न प्रजातियों के बाज, विभिन्न प्रजातियों की चीलें और तोते आदि भी पाए जाते हैं। 
 
8. 2012 में असम में आई भीषण बाढ़ के कारण इस उद्यान में 540 से ज्यादा जीवों की मौत हो गई थी। यहां बाढ़ का खतरा बना रहता है।
 
9. इस राष्ट्रीय उद्यान में बड़ी एलीफेंट ग्रास, मोटे वृक्ष, दलदली स्‍थान और उथले तालाब हैं।
 
10 . एक सींग वाला गैंडा, हाथी, भारतीय भैंसा, हिरण, सांभर, भालू, बाघ, चीते, सूअर, बिल्ली, जंगली बिल्‍ली, हॉग बैजर, लंगूर, हुलॉक गिब्‍बन, भेड़िया, साही, अजगर और अनेक प्रकार की चिड़िया, बत्तख, कलहंस, हॉर्नबिल, आइबिस, जलकाक, अगरेट, बगुला, काली गर्दन वाले स्‍टॉर्क, लेसर एडजुलेंट, रिंगटेल फिशिंग ईगल आदि बड़ी संख्‍या में पाए जाते हैं।
 
एक बार इस राष्ट्रीय उद्यान में घूमने जरूर जाएं।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी