मध्यप्रदेश के बालाघाट और मंडला जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान कान्हा में अब पर्यटक वनराज (बाघ) के दर्शन पैदल भ्रमण के दौरान कर सकेंगे।
राष्ट्रीय उद्यान के सूत्रों ने बताया कि वर्षाकाल के जुलाई माह से पर्यटकों के लिए बंद कान्हा उद्यान आगामी 16 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। उद्यान प्रबंधन ने उद्यान के मुक्की और खटिया गेट से लगे पार्क के चिन्हित हिस्से में पैदल भ्रमण के लिए पर्यटकों को अनुमति देने का निर्णय लिया है। हालाँकि यह पैदल पर्यटन कोई अकेला व्यक्ति नहीं सकता है इसलिए निर्धारित संख्या में व्यक्तियों का समूह होना अनिवार्य होगा।
उद्यान प्रबंधन ने पैदल पर्यटन के लिए खटिया गेट के पास सात एवं तीन किलोमीटर के दो मार्ग तथा मुक्की गेट पर तीन किलोमीटर का एक मार्ग नेचर ट्रेल के लिए चिन्हित किया है। इसके साथ ही उद्यान के अंदर छपरी नामक स्थान पर पर्यटकों के लिए हर्बल ट्रेल भी तैयार किया गया है जिस पर पर्यटक चाहें तो पैदल या साइकिल से भ्रमण कर सकते है।
उद्यान के डायरेक्टर एचएस नेगी ने बताया कि उद्यान में आने वाले पर्यटक यदि चाहे तो उन्हें मुक्की और खटिया गेट के पास चिन्हित स्थान पर पैदल घूमने की अनुमति दी जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय उद्यानों में पैदल पर्यटन की अनुमति देना कोई नई बात नहीं है लेकिन उद्यान प्रबंधन इसे समस्या मानकर टालता रहा है। जबकि पैदल पर्यटन का उद्देश्य पर्यटकों को प्रदूषण सहित वन्य जीवों का सूक्ष्म अध्ययन और अवलोकन का अवसर प्रदान करना होता है। पैदल पर्यटन की जानकारी अधिकांश पर्यटकों नहीं होती है। (वार्ता)