प्रश्न : दद्दू जी, भारतीय क्रिकेट टीम के सूरमाओं ने ऑस्ट्रेलिया में चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के पहले टेस्ट को 295 रन के विशाल अंतर से जीत कर पर्थ के किले को भेद लिया है। आप क्या कहेंगे इस जीत के बारे में?
उत्तर : देखिए मुझे यह रनों की फिजूलखर्ची लगती है। एक ही मैच में दो खिलाड़ी शतक बनाने के बजाए दो अलग मैचों में बनाते तो हम दो टेस्ट जीत सकते थे, चाहे फिर जीत के रन कम होते। असल में खिलाड़ियों के शतक जड़ने के पूर्व आपस में सलाह कर लेनी चाहिए कि शतक तू बनाएगा या मैं।