दद्दू का दरबार : बारात में जय भोलेनाथ...

एमके सांघी
प्रश्न : दद्दूजी, ये बाराती लोग पता नहीं किस तरह के नशे में होते हैं, जो कन्या पक्ष के लोगों के सामने तरह-तरह की विचित्र मांगें रखकर उत्पात करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं और अपने इस कृत्य में सुख का अनुभव करते हैं। क्यों? 


 
उत्तर : देखिए जनाब, आज महाशिवरात्रि के दिन आपने बड़ा ही उपयुक्त प्रश्न पूछा है। आज के बा‍रातियों के जीन्स शिवजी की बारात के शिवगणों (भूत, प्रेत, पिशाच) से ही आए हैं। शिवगणों का तो रोज का ही काम है उत्पात मचाकर दूसरों के मजे लेना। शुक्र है कि आज के बाराती उतना उत्पात नहीं मचाते जितना कि शिवगणों ने शिवजी की बारात में मचाया था। पर आप समझ लीजिए कि बारातियों में उत्पाती वायरस शिवगणों से ही आया है। अत: जब कन्यापक्ष की ओर से शादी में हों तो बा‍रातियों को चुपचाप झेलें और स्वयं बारात में हों तो शिवगण बनकर खूब भांग घोंटें और बारात के मजे लें। 
 
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