कलयुग के प्रेक्टिकल दोहे (funny)

आज करै सो काल कर,

काल करै सो परसों,

इतनी जल्दी काहे की,

जीना अभी है बरसों

ऐसी वाणी बोलिए,

कि जमके झगड़ा होए,

और उनसे मत लड़िए,

जो आपसे तगड़ा होए

बुरे समय को देखकर,

गंजे तू क्यों रोए,

किसी भी हाल में तेरा,

बाल ना बांका होए।

दोहों को स्वीकारिए,

या दीजै ठुकराए,

जैसे हमसे बन पड़ा,

वैसे दिए बनाए।


फेसबुक यूजर - परुण शर्मा

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