कब है श्री गणेश स्थापना, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा की सबसे प्रामाणिक विधि
गुरुवार, 25 अगस्त 2022 (09:05 IST)
Ganesh utsav 2022: भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन गणेशजी का जन्म हुआ था। इस दिन गणपतिजी की मूर्ति स्थापित करके उनकी पूजा और आरधाना की जाती है और अनंत चतुर्दशी के दिन प्रतिमा का विसर्जन होता है। इस बार गणेश स्थापना कब होगी, स्थापना एवं पूजा के शुभ मुहूर्त कौनसे हैं और क्या है पूजा की प्रामाणिक विधि, जानें।
कब होगी गणेशजी की मूर्ति की स्थापना (Ganesh sthapana kab hai 2022) : अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 31 अगस्त 2022 बुधवार को गणेश चतुर्थी के दिन मूर्ति स्थापना होगी।
पूजा गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त- (Ganesh sthapana and Pooja ka shubh muhurat):
1. गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त : सुबह 11:04:43 से दोपहर 13:37:56 तक।
2. चतुर्थी तिथि दोपहर 03:22 तक उसके बाद पंचमी।
3. विजय मुहूर्त : दोपहर 02:05 से 02:55 तक।
4. गोधूलि मुहूर्त : शाम को 06:06 से 06:30 तक।
5. अमृत काल मुहूर्त : शाम को 05:42 से 07:20 तक।
6. रवि योग : प्रात: 05:38 से रात्रि 12:12 तक। इस दिन शुक्ल योग भी रहेगा।
पूजा की सबसे प्रामाणिक विधि (Ganesh puja ki pramanik vidhi):
- स्नान करने के पश्चात अपने पास समस्त पूजन सामग्री रख लें और गणेशजी की चौकी पर विधिवत रूप से उन्हें स्थापित करें और धूप दीप प्रज्वलित करें।
- फिर आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठकर तीन बार निम्न मंत्र बोलकर आचमन करें।
ॐ केशवाय नम:
ॐ नारायणाय नम:
ॐ माधवाय नम:
- आचमन के पश्चात हाथ में जल लेकर 'ॐ ऋषिकेशाय नम: बोलकर हाथ धो लें।
- हाथ धोने के बाद पवित्री धारण करें, पवित्री के बाद बाएं हाथ में जल लेकर दाहिने हाथ से अपने ऊपर और पूजन सामग्री पर छिड़क लें।
- ॐ पुण्डरीकाक्ष पुनातु, ॐ पुण्डरीकाक्ष पुनातु, ॐ पुण्डरीकाक्ष पुनातु बोलकर गणेश जी एवं अम्बिका (सुपारी में मौली लपेटकर) को स्थापित करें निम्न मंत्र बोलकर आवाहन करें।
- ॐ गणेशाम्बिकाभ्यां नम:!!
- फिर कामना-विशेष का नाम लेकर संकल्प ले लें, अर्थात दाहिने हाथ में जल, सुपारी, सिक्का, फूल एवं चावल लेकर जिस निमित्त पूजन कर रहे है उसका मन में उच्चारण करके थाली या गणेश जी के सामने छोड़ दें।
- अब हाथ में चावल लेकर गणेश अम्बिका का ध्यान करें।