नई दिल्ली। भाजपा ने दशकों से नेहरू-गांधी परिवार का चुनावी क्षेत्र रहे अमेठी को उत्तरप्रदेश के 10 सबसे गरीब जिलों में बताते हुए रविवार को दावा किया कि इस जिले के लोगों का इस परिवार से दिल टूट गया है और वे बहुत गुस्से में हैं। इसके चलते सैलाब की तरह बढ़ रही मोदी लहर अमेठी में भी पहुंच गई है।
पार्टी के प्रवक्ता एमजे अकबर ने यहां इस परिवार पर व्यंग्य करते हुए कहा कि इन दिनों कांग्रेस के नेताओं को अपने भाषणों में अचानक गरीबी की याद आने लगी है। जो परिवार अमेठी के गरीबों से वफा नहीं कर पाया, वह देश के गरीबों से क्या वफा करेगा?
उन्होंने कहा कि अमेठी के लोगों ने दशकों से नेहरू-गांधी परिवार से अपनी तकदीर जोड़ी है लेकिन बदले में उसे मिला यह कि वह उत्तरप्रदेश के 10 सबसे गरीब जिले में शुमार होता है। उसके 1,350 गांवों को इज्जत से बिजली नहीं मिलती। पिछले 5-6 महीनों से किरासिन भी गायब है।
अकबर ने दावा किया कि अमेठी के लोगों में नेहरू-गांधी परिवार के प्रति बहुत अधिक क्रोध, बहुत अधिक गुस्सा है। उनके दिल टूट गए हैं इसलिए सैलाब की तरह बढ़ रही ‘मोदी वेव’ अब अमेठी भी पंहुच चुकी है।
उन्होंने कहा कि इतने दशकों से एक परिवार के साए में रहे अमेठी के 76 प्रतिशत लोगों को साल में सिर्फ 15 दिन मनरेगा के तहत काम मिल पाता है। वहां औरतों के लिए कोई डिग्री कॉलेज नहीं हैं। जईफ औरतों को 4 साल से पेंशन नहीं मिल रही है।
उल्लेखनीय है कि 2 बार से लोकसभा में अमेठी का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी इस बार भी वहां से उम्मीदवार हैं। त्रिकोणीय मुकाबले में इस बार उनके विरुद्ध 'आप' के कुमार विश्वास और भाजपा की स्मृति ईरानी मैदान में हैं।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी 5 मई को अमेठी लोकसभा सीट से राहुल से मोर्चा ले रहीं स्मृति के पक्ष में प्रचार करने वहां जाएंगे। अमेठी सीट के लिए 7 मई को मतदान होगा। (भाषा)