नई दिल्ली। वाराणसी शहर में नरेन्द्र मोदी को 8 मई को बेनियाबाग में सभा करने की अनुमति नहीं दिए जाने से नाराज भाजपा ने वहां के निर्वाचन अधिकारी को अत्यधिक पक्षपाती और प्रचार में बाधा बताते हुए चुनाव आयोग से उन्हें तुरंत हटाने की बुधवार को मांग की।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने इस संबंध में चुनाव आयोग को बुधवार को लिखे पत्र में कहा कि वाराणसी संसदीय क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी प्रांजल यादव इतने अधिक पक्षपाती हैं कि अगर वे अपने पद पर बने रहे तो इस संसदीय क्षेत्र में निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव कराना संभव नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वे (यादव) अत्यधिक पक्षपाती एवं प्रचार में बाधा हैं। आयोग से आग्रह है कि वह मामले की जांच कराए और उन्हें ऐसे निर्वाचन अधिकारी से बदले जो आयोग की निगाह में निष्पक्ष एवं स्वतंत्र हो।
उल्लेखनीय है कि वाराणसी सीट से भाजपा के प्रत्याशी मोदी की गुरुवार को शहर के बेनियाबाग और रोहनिया में चुनावी सभाएं होनी थीं लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने ‘सुरक्षा’ तथा ‘बेनियाबाग के पहले से बुक होने’ के नाम पर वहां भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को सभा की अनुमति नहीं दी।
जेटली ने अपनी शिकायत में आयोग से कहा कि यादव के इस तर्क में कोई दम नहीं है कि बेनियाबाग को ‘किसी एनजीओ के किसी खान’ ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए पहले ही बुक करा लिया है इसलिए उसे मोदी की सभा के लिए नहीं दिया जा सकता है।
भाजपा नेता ने इसे हास्यास्पद बताने के साथ दावा किया कि इस मिस्टर खान ने वह स्थल बुक कराने के लिए कोई रकम जमा नहीं कराई है, जो नियमानुसार जरूरी है। लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने उसके आवेदन पर लिख दिया कि वे खान को रकम जमा कराने से छूट देते हैं। (भाषा)