वाराणसी। प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के वाराणसी दौरे से पहले इस धार्मिक नगरी में चुनावी बुखार रोटियों, लड्डुओं, गुब्बारों और जैकेटों तक भी पहुंच गया है।
भाजपा समर्थक ‘नमो’ निशान वाले बहुत से उत्पादों के लिए व्यापक ऑर्डर दे रहे हैं, जबकि इन चीजों को बनाने वाले खुशी-खुशी इस मौके को भुना रहे हैं।
मोदी को मंगलवार को यहां दो रैलियों को संबोधित करना था, लेकिन इनमें से एक रैली के लिए उन्हें अनुमति नहीं मिली है। मोदी के यहां हर शाम गंगा घाटों पर होने वाली गंगा आरती में भी भाग लेने की उम्मीद है।
शहर में कुछ ढाबे ऐसे हैं, जो रोटियों पर ‘नमो’ निशान और भाजपा का चुनाव निशान कमल अंकित कर रहे हैं। हालांकि ऐसे भी उदाहरण हैं, जब ग्राहकों ने इस तरह की चीजें परोसे जाने पर इस तरह की दुकानों पर खाने से इंकार कर दिया।
इस बार के चुनाव में पश्चिमी देशों, यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की शैली में चुनाव प्रचार हो रहा है।
आम आदमी पार्टी ने भी टोपियों, टी-शर्ट और बहुत-सी चीजों पर चुनाव निशान झाड़ू अंकित कराया है, लेकिन इस मामले में भाजपा और मोदी के समर्थक सबसे आगे हैं। परिणामस्वरूप यहां के बाजार 'नमो' निशान से अटे पड़े हैं।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि जबरन ‘लहर’ पैदा करने के लिए इस तरह के उत्पादों से बाजार को पाटा जा रहा है। अन्य दलों ने भी ऐसे आरोप लगाए। संपर्क किए जाने पर भाजपा नेताओं ने कहा कि इसका पार्टी के आधिकारिक प्रचार अभियान से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन कुछ उत्साही समर्थक जरूर इस तरह के नवोन्मेषी विचारों के साथ सामने आए हैं।
शहर में सब्जी विक्रेताओं सहित ऐसे भी दुकानदार हैं, जो मोदी को वोट देने के वादे पर ग्राहकों को खरीद पर छूट देने की पेशकश कर रहे हैं।
वाराणसी में 12 मई को मतदान होना है, जहां के 5 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 16 लाख से अधिक मतदाता हैं। मोदी के अतिरिक्त 'आप' के अरविन्द केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय भी चुनाव मैदान में हैं। (भाषा)